अखिलेश यादव की टिप्पणी पर पीएम मोदी का व्यंग्य, बोले 'फोन करू?'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा पर आतंकियों का समर्थन करने और वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सपा नेताओं के बयान देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को समाजवादी पार्टी और उसके प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सपा वोटबैंक की राजनीति करती है और आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों पर भी गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाती है. मोदी ने पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद आतंकियों पर कार्रवाई को लेकर सपा की टिप्पणी पर कड़ा ऐतराज जताया.
पीएम मोदी का व्यंग्यात्मक लहजा
मोदी ने सवाल उठाया कि सपा नेता यह पूछते हैं कि आतंकियों को अभी क्यों मारा गया. उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि क्या सरकार को आतंकियों से पूछकर कार्रवाई करनी चाहिए? या फिर सपा नेताओं को फोन करके अनुमति लेनी चाहिए? उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से देश की सुरक्षा कमजोर होती है और यह आतंकवादियों के समर्थन जैसा प्रतीत होता है.
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि सपा के शासनकाल में कई आतंकियों को कानूनी राहत दी गई और उन पर चल रहे गंभीर मामलों को वापस लेने की कोशिशें हुईं. उन्होंने कहा कि यह वही लोग हैं जिन्होंने बम धमाकों के आरोपियों को बचाने की कोशिश की और आज ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं.
#WATCH | Varanasi, UP: Prime Minister Narendra Modi says, "Everyone understands that Pakistan is upset. But Congress and the Samajwadi Party cannot handle the pain that Pakistan is going through. Pakistan is crying, and here, Congress and SP are crying, seeing the condition of… pic.twitter.com/y861CEtnBE
— ANI (@ANI) August 2, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हालिया आतंकवादी हमले में मारे गए 26 निर्दोष नागरिकों की मौत ने उन्हें अंदर से झकझोर दिया था. उन्होंने कहा कि मैंने संकल्प लिया था कि मैं इन बेटियों के सिंदूर का बदला लूंगा और महादेव की कृपा से वह संकल्प पूरा हुआ.
2,183 करोड़ की 52 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
वाराणसी में उन्होंने करीब 2,183 करोड़ रुपये की 52 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, खेल और शहरी विकास शामिल हैं. इनमें होम्योपैथिक कॉलेज की स्थापना, तालाबों का पुनरुद्धार, पुस्तकालय, पशु अस्पताल और धार्मिक घाटों का निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं.


