पंजाब के गैंगस्टर रवनीत सिंह सोने मोटे को अमृतसर में दो अज्ञात बदमाशों ने मारी गोली, हालत नाजुक
रवनीत सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे और वह पंजाब के आपराधिक गिरोहों से जुड़ा हुआ था. प्रारंभिक जांच में रंजिश की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है.

पंजाब के अमृतसर जिले के काठियांवाला बाजार में मंगलवार को उस समय सनसनी फैल गई जब दो अज्ञात हमलावरों ने गैंगस्टर रवनीत सिंह उर्फ 'सोने मोटे' को गोली मार दी. हमले के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी. घायल अवस्था में रवनीत सिंह को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई गई.
अमृतसर के एडीसीपी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "दो हमलावरों ने रवनीत सिंह को निशाना बनाया. हमारे पास कुछ अहम सुराग हैं और हम अपराधियों को जल्द पकड़ लेंगे. जांच जारी है और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं." पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रवनीत सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे और वह पंजाब के आपराधिक गिरोहों से जुड़ा हुआ था. प्रारंभिक जांच में रंजिश की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है.
पलामू में मुठभेड़, गैंगस्टर अमन साओ ढेर
वहीं झारखंड के पलामू जिले में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई में पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर अमन साओ को मुठभेड़ में मार गिराया. अमन साओ 150 से अधिक मामलों में वांछित था और उसे छत्तीसगढ़ की रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था, जब रास्ते में उसके गिरोह ने उसे छुड़ाने के प्रयास में पुलिस वाहन पर हमला कर दिया.
रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंधेरीटोला के पास पुलिस और अपराधियों के बीच गोलीबारी हुई. मेदिनीनगर के एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान अमन साओ मारा गया, जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. रिपोर्ट में बताया गया कि साओ ने एक एसटीएफ जवान से इंसास राइफल छीन ली और पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की गई.
यह घटना राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता के उस बयान के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि झारखंड में अपराध की कई साजिशें जेल के अंदर ही रची जाती हैं और अपराधी जेल से ही अपना नेटवर्क संचालित करते हैं.