पंजाब में किसान आंदोलन के बीच बढ़ी तनातनी...शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली, क्या सरकार अब सुनेगी?
पंजाब में किसान आंदोलन ने फिर से जोर पकड़ लिया है. शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कराए गए लेकिन पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष बढ़ गया. 200 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया गया और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद विरोध और भी तेज हो गया है. क्या सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान देगी? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर!

Punjab: पंजाब में किसान आंदोलन ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है. 13 महीने बाद शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली हो गए, लेकिन ये खाली करना किसी सामान्य प्रक्रिया से कम नहीं था. किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़पों के बाद ये कार्रवाई की गई. किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया और इंटरनेट सेवाएं भी कई जिलों में निलंबित कर दी गई हैं. यह आंदोलन अब और भी गंभीर रूप लेता जा रहा है, क्योंकि किसानों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंकी है.
खनौरी बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई
खनौरी सीमा पर पुलिस ने 200 किसानों को हिरासत में लिया और उनके विरोध स्थल को खाली करा लिया. वहीं, शंभू सीमा पर 300 से अधिक किसान मौजूद हैं जिन्हें जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है. किसानों ने यहां 13 फरवरी 2024 से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था और अब स्थिति गंभीर हो गई है. इन दोनों सीमाओं पर करीब 3000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं. किसानों और पुलिस के बीच झड़प के बाद खनौरी और आसपास के जिलों संगरूर और पटियाला में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.
#WATCH | Punjab Police demolished the tents erected by farmers at the Punjab-Haryana Shambhu Border, where they were sitting on a protest over various demands.
— ANI (@ANI) March 19, 2025
The farmers are also being removed from the Punjab-Haryana Shambhu Border. pic.twitter.com/TzRZKEjvXD
किसान नेताओं की गिरफ्तारी और विरोध
पंजाब पुलिस ने बुधवार को किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर को मोहाली में गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद किसानों और सुरक्षा बलों के बीच तकरार बढ़ गई. किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर की ओर मार्च कर रहे थे, जिसे पुलिस ने रोकने की कोशिश की. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस कार्रवाई को किसान समुदाय के खिलाफ एक साजिश बताया और कहा कि सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है.
सरकारी कार्रवाई और किसानों का विरोध
पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा लगाए गए टेंट को तोड़ दिया और उन्हें धरना स्थल से हटा दिया. किसानों ने इस पर विरोध करते हुए अमृतसर-दिल्ली हाईवे के टोल प्लाजा को जाम कर दिया. उनका कहना था कि उनका लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है वे सिर्फ सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताना चाहते हैं.
#WATCH | On Police action at Punjab-Haryana Shambhu order, Patiala SSP Nanak Singh says, "Farmers had been protesting at Shambhu Border for a long time. Today, in the presence of Duty Magistrates, Police cleared the area after they were given proper warning. A few people showed a… pic.twitter.com/v8puRxV8c2
— ANI (@ANI) March 19, 2025
किसानों का संघर्ष जारी
किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधियों के बीच चंडीगढ़ में हुई बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया. इस बैठक के तुरंत बाद जब किसान नेता चंडीगढ़ से मोहाली पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया. इसके बाद कई प्रमुख किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनमें सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं.
क्या है किसानों की मांग?
किसान लंबे समय से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और अन्य मुद्दों पर सरकार से बातचीत कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार उनकी आवाज दबाने के बजाय उनकी मांगों पर ध्यान दे और जल्द से जल्द उनका समाधान निकाले.
#WATCH | Delhi: On the detention of farmer leaders by Punjab Police, Former Punjab Chief Minister and Congress MP Charanjit Singh Channi says, "...Farmers are being attacked as part of a conspiracy... Not just Punjab but the entire farming community is facing a big attack today.… pic.twitter.com/9ny4SC8YQC
— ANI (@ANI) March 19, 2025
आगे की रणनीति और अगली बैठक
सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर को खाली कराने की योजना बनाई है, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई. किसान नेताओं का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक विरोध करेंगे और सरकार से अपनी जायज हक की मांग करेंगे. किसान संगठनों ने अपील की है कि किसान ज्यादा से ज्यादा संख्या में खनौरी बॉर्डर पर पहुंचें. किसानों के इस संघर्ष में अब आगे की वार्ता 4 मई को होनी है, लेकिन जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका विरोध जारी रहेगा.