सॉफ्टवेयर की कमी से कई उपयोगकर्ताओं का ब्योरा हुआ लीक: Twitter
माइक्रो ब्लॉगिग प्लेटफार्म ट्विटर ने माना है कि बीते साल कई उपयोगकर्ताओं के खातों की निजता उस समय खतरे में पड़ गई थी, जब उसके सॉफ्टवेयर में हुई खामी का फायदा किसी शख्स ने उठाया था।
माइक्रो ब्लॉगिग प्लेटफार्म ट्विटर ने माना है कि बीते साल कई उपयोगकर्ताओं के खातों की निजता उस समय खतरे में पड़ गई थी, जब उसके सॉफ्टवेयर में हुई खामी का फायदा किसी शख्स ने उठाया था। हालांकि ट्विटर ने उस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है कि किस तकनीकी खामी के कारण दुनिया भर के करीब 54 लाख उपयोगकर्ताओं से जुड़े आंकड़े की ऑनलाइन बिक्री के लिए पेशकश हुई थी।
विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए ट्विटर प्लेटफार्म के रूप में जुड़े लोगों के ब्योरे का इस तरह के खतरे में पड़ना बेहद चिंताजनक है। इसकी खास वजह यह है कि ट्विटर खाताधारक सुरक्षा कारणों से अपनी पहचान का खुलासा नहीं करते हैं। क्योंकि उन्हें उत्पीड़न का खतरा होता है।
ट्विटर ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, उसके सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी से किसी व्यक्ति को लॉग-इन करते समय यह तय करने की मंजूरी मिल गई थी कि कोई खास फोन नंबर या ई-मेल किस मौजूदा ट्विटर खाते से जुड़ा हुआ है।
हालांकि ट्विटर ने इस घटना से प्रभावित होने वाले खाताधारकों की संख्या की जानकारी होने का दावा करते हुए कहा कि कोई भी पासवर्ड जाहिर नहीं हो पाया था। कंपनी ने कहा, हम यह सूचना इसलिए जारी कर रहे हैं क्योंकि हम प्रभावित होने वाले हर खाते की पुष्टि नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही ट्विटर ने उपयोगकर्ताओं को अपनी पहचान छुपाकर रखने की सलाह दी है।