Twitter ने अनुचित सामग्री नीति के अनुरूप 'भ्रामक' जलवायु परिवर्तन विज्ञापनों पर लगाया प्रतिबंध
ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर जलवायु परिवर्तन से संबंधित 'भ्रामक' विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कहा कि ट्विटर पर भ्रामक विज्ञापन "जो जलवायु परिवर्तन पर वैज्ञानिक सहमति का खंडन करते हैं, हमारी अनुचित सामग्री नीति के अनुरूप निषिद्ध हैं।
नई दिल्ली: ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर जलवायु परिवर्तन से संबंधित 'भ्रामक' विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कहा कि ट्विटर पर भ्रामक विज्ञापन "जो जलवायु परिवर्तन पर वैज्ञानिक सहमति का खंडन करते हैं, हमारी अनुचित सामग्री नीति के अनुरूप निषिद्ध हैं। शुक्रवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने कहा, "हमारे हिसाब से ट्विटर पर जलवायु निषेधवाद का मुद्रीकरण नहीं किया जाना चाहिए।
जलवायु संकट के बारे में गलत तरीके से प्रस्तुत करने वाले विज्ञापनों को महत्वपूर्ण बातचीत से अलग नहीं होना चाहिए। बताते चले, ट्वीटर ने साल 2021 में जलवायु परिवर्तन के बारे में जो लोग व्यक्तिगत बातचीत करते है उसको खोजने में मदद करने के लिए एक समर्पित विषय पेश किया था। ट्विटर का मानना है कि ग्रह की रक्षा के प्रयासों को जलवायु परिवर्तन के बारे में भ्रामक जानकारी कमजोर कर सकती है।
ट्विटर ने कहा, हमारा का लक्ष्य इस साल के अंत तक अपने मौजूदा डेटा केंद्रों में 100 प्रतिशत कार्बन-न्यूट्रल पावर सोर्सिंग हासिल करना है। 2021 के बाद से, स्थिरता के बारे में बातचीत में ट्विटर पर 150 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। "हमने 'बहाल' और 'पुनर्संतुलन' जैसे शब्दों में 60 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। कचरे को लेकर ट्वीटर पर 100 प्रतिशत से अधिक चर्चा हुई और इसके अलावा डीकार्बोनाइजेशन के बारे में चर्चा पर 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।