बांग्लादेश के सबसे लंबे Padma bridge को यातायात के लिए किया शुरू
भारत-बंगलादेश के को जोड़ने वाले पद्मा पुल को रविवार सुबह छह बजे से यातायात के लिए खोल दिया गया।
भारत-बंगलादेश के को जोड़ने वाले पद्मा पुल को रविवार सुबह छह बजे से यातायात के लिए खोल दिया गया। इस पुल को पहले दिन ही पार करने के लिए सैकडों गाड़ियों की लंबी कतार देखी गई। पुल पर शारीरिक रूप से टोल की वसूली करने के लिए कुल 14 बूथ को लगाया गया है।
इस पुल को पार करने के लिए मोटरसाइकिल को सौ टका (बंगलादेशी मुद्रा), जबकि बस को 2,400 टका और मध्यम आकार के ट्रक को 2,800 टका का भुगतान करना होगा। पांच टन तक के मिनी ट्रकों के लिए 1,600 टका, पांच टन से लेकर आठ टन तक के वाहनों के लिए 2,100 टका, तीन धुरा ट्रकों के लिए 5,500 टका और चार धुरा ट्रेलर के लिए 6,000 टका राशि निर्धारित की गई है, जबकि चार धुरे से अधिक प्रत्येक धुरे के लिए 1,500 टका चुकाना होगा।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार दोपहर को मुंशीगंज के मावा के अंतिम छोर पर बने 6.15 किलोमीटर लंबे पद्मा पुल की पट्टिका का अनावरण किया। इसी के साथ प्रधानमंत्री हसीना इस टोल का भुगतान करने के बाद इस पुल को पार करने वाली पहली व्यक्ति बनी है।