सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 वर्ष की उम्र में निधन

सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। रूस की समाचार एजेंसी स्पूतनिक ने सेंट्रल क्लीनिकल अस्पताल के बयान के हवाले से कहा कि लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। इसके अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई है।

Janbhawana Times
Janbhawana Times

सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। रूस की समाचार एजेंसी स्पूतनिक ने सेंट्रल क्लीनिकल अस्पताल के बयान के हवाले से कहा कि लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। इसके अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई है।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने गोर्बाचेव के निधन पर दुख जाहिर किया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने बुधवार सुबह गोर्बाचेव के निधन पर दुख जताया और वह उनके परिवार को शोक संदेश भी भेजेंगे। बता दें कि मिखाइल गोर्बाचेव यूनाइटेड यूनियन ऑफ सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक के अंतिम नेता थे। वे नागरिकों की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक सिद्धांतों की तर्ज पर कम्युनिस्ट शासन में सुधार करना चाहते थे।

गोर्बाचेव को संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण समझौते की सफलता के लिए भी जाना जाता है। राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उन्हें दुनियाभर में कई अवार्ड्स और सम्मान मिले। साल 1990 में गोर्बाचेव को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, गोर्बाचेव के सत्ता में पहले पांच साल महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भरे थे।

उन्होंने अमेरिका के साथ एक हथियार समझौते की अध्यक्षता की, जिसने पहली बार परमाणु हथियारों के एक पूरे वर्ग को समाप्त कर दिया था और पूर्वी यूरोप से अधिकांश सोवियत सामरिक परमाणु हथियारों की वापसी शुरू कर दी थी।

गोर्बाचेव का जन्म दो मार्च साल 1931 को एक गरीब परिवार में हुआ था। वे स्टालिन के राज में पले-बढ़े और बड़े हुए और कानून की पढ़ाई की। वह सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति थे। सोवियत संघ टूटने के बाद गोर्बाचेव को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने कई बार कहा कि वो बिल्कुल नहीं चाहते थे कि सोवियत संघ का विघटन हो। सोवियत संघ टूटने के बाद गोर्बाचेव ने रूस में फिर से चुनाव लड़ा, लेकिन उस चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा।

calender
31 August 2022, 02:32 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो