कौन हैं shinzo abe

शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। 65 साल की उम्र में साल 2020 में शिंजो आबे ने जापान के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

Janbhawana Times
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शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। 65 साल की उम्र में साल 2020 में शिंजो आबे ने जापान के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। शिंजो आबे दो बार जापान के प्रधानमंत्री बने। 2006 में शिंजो आबे पहली बार पीएम बने। फिर शिंजो आबे 2012-2020 तक प्रधानमंत्री रहे। शिंजो आबे ने खराब स्वास्थ्य की वजह से इस्तीफा दिया था। भारत सरकार शिंजो आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित कर चुकी है।

शिंजो आबे का जन्म 21 सितंबर 1954 को जापानी की राजधानी टोक्यो के शिंजुकु शहर में हुआ था। आबे नेओसाका में अपनी स्‍कूली की पढ़ाई पूरी की थी। यहां की साइकेई यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्‍त्र में ग्रेजुएशन किया और फिर आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। अमेरिका की सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से उन्‍होंने अपनी बाकी की पढ़ाई पूरी की। अमेरिका से वापस आने के बाद अप्रैल 1979 में आबे ने कोबे स्‍टील प्‍लांट में काम करना शुरू किया। दो साल तक यहां रुकने के बाद उन्‍होंने 1982 में कंपनी छोड़ दी। नौकरी छोड़ने के साथ ही आबे ने देश की राजनीति में प्रवेश कर लिया।

राजनेता बनने से पहले उन्‍होंने सरकार से जुड़े कई पदों पर अपनी जिम्‍मेदारियां निभाई। 1993 में आबे के पिता की मृत्‍यु हो गई थी और फिर आबे ने चुनाव लड़ा। चुनाव में उन्‍हें जीत मिली और वो यामागुशी से चुने गए। आबे को बाकी के चार उम्‍मीदवारों की तुलना में सबसे ज्‍यादा वोट मिले थे। आबे के राजनीतिक करियर की शुरुआत हो चुकी थी। वो दिन पर दिन लोकप्रियता हासिल करते जा रहे थे। राजनीति उन्हें विरासत में मिली और उन्होंने इसे आगे बढ़ाया। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का ताल्लुक एक राजनीतिक परिवार से है।

शिंजो आबे के दादा नोबुसुके किशी भी जापान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। नोबुसुके किशी साल 1957-60 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे थे। वहीं शिंजो आबे के पिता शिंटारो आबे साल 1982-86 तक जापान के विदेश मंत्री रहे थे। शिंजो आबे साल 2006 में पहली बार जापान के प्रधानमंत्री बने हालांकि बीमारी के चलते 2007 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जिस समय वो पीएम बने उनकी उम्र सिर्फ 52 साल थी। उनके नाम दो रिकॉर्ड दर्ज हुए। आबे न सिर्फ युद्ध के बाद देश के सबसे युवा पीएम बने बल्कि वह पहले ऐसे पीएम थे जिनका जन्‍म सेकेंड वर्ल्‍ड वॉर के बाद हुआ था।

शिंजो आबे को नॉर्थ कोरिया के लिए उनके सख्‍त रवैये के लिए जाना जाता है। इसके अलावा वो देश के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिसने सबसे लंबे समय तक इस पद को संभाला। इसके बाद साल 2012 में शिंजो आबे फिर से जापान के प्रधानमंत्री बने। फिर वो साल 2020 तक लगातार जापान के प्रधानमंत्री रहे। आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता है। शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी इसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। शिंजो आबे लगातार 2803 दिनों यानी 7 साल 6 महीने तक प्रधानमंत्री पद पर रहे। इससे पहले ये रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था।

बता दें कि शिंजो आबे जापान के ऐसे प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने सबसे ज्यादा बार अपने कार्यकाल के दौरान भारत का दौरा किया। पहली बार शिंजो आबे अपने पहले कार्यकाल 2006-07 के दौरान भारत का दौरा किया और अपने दूसरे कार्यकाल 2012-2020 के दौरान शिंजो आबे ने तीन बार भारत का दौरा किया। वो जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भारत के दौरे पर आए। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी मित्रता हुई और गहरी होती चली गई। शिंजो के कार्यकाल में भारत-जापान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में काफी प्रगति हुई।

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08 July 2022, 06:53 PM IST

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