Walk In ने लगाया उड़ानों पर ब्रेक?

इंडिगो एयरलाइन्स को उस वक्त परेशानी का सामना करना पड़ा जब उसके सैकड़ों कर्मचारियों ने बीमारी का बहाना बनाकर एकसाथ छुट्टी ले ली। इस वजह से एयरलाइन की करीब 55 फीसदी उड़ाने लेट हो गईं।

Janbhawana Times
Janbhawana Times

इंडिगो एयरलाइन्स को उस वक्त परेशानी का सामना करना पड़ा जब उसके सैकड़ों कर्मचारियों ने बीमारी का बहाना बनाकर एकसाथ छुट्टी ले ली। इस वजह से एयरलाइन की करीब 55 फीसदी उड़ाने लेट हो गईं। कई फ्लाइट्स देरी से उड़ान भर सकीं और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सिविल एविएशन के आंकड़ों के अनुसार 2 जुलाई को इंडिगो की 900 से ज्यादा उड़ानें लेट हो गईं। बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो रोजाना करीब 1600 उड़ानों का परिचालन करती है। एक दिन में इतनी उड़ानों में देरी की वजह से DGCA ने एयरलाइन से इसके पीछे की वजह पूछी, जिसके जवाब में उन्होंने बताया कि केबिन कू के कई मेंबर्स ने बीमार होने के कारण छुट्टी ले ली थी। ऐसे में फ्लाइट्स टेक ऑफ करने में काफी देरी हुई।

केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक शनिवार को इंडिगो की केवल 45 फीसदी उड़ानें समय पर संचालित हो पाईं। 55 प्रतिशत फ्लाइट देर से गंतव्य तक पहुंची। इसकी तुलना में शनिवार को एअर इंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा, गो फर्स्ट और एअर एशिया इंडिया की क्रमशः 77.1 फीसदी, 80.4 फीसदी, 86.3 फीसदी, 88 फीसदी और 92.3 फीसदी उड़ानों का परिचालन अपने तयशुदा वक्त पर हुआ। डीजीसीए ने इंडिगो से इस बारे में सफाई मांगी है उन्होंने कहा कि हम इस मामले को देख रहे हैं जब हमारे पास और जानकारियां होंगी हम तभी कुछ भी कंफर्म कर पाएंगे। जानकारी के मुताबिक, केबिन क्रू के सदस्य बीमार होने के नाम पर छुट्टी लेकर एअर इंडिया में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने चले गए थे।

बता दें कि एअर इंडिया में भर्तियां चल रही हैं और कई सेंटर्स पर अलग-अलग पदों के लिए इंटरव्यू हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इंडिगो के ज्यादातर कर्मचारी एअर इंडिया का इंटरव्यू देने के लिए लीव पर गए थे। एयर इंडिया के भर्ती अभियान का दूसरा चरण शनिवार को आयोजित किया गया था और बीमार छुट्टी लेने वाले इंडिगो के अधिकांश केबिन क्रू सदस्य इसके लिए गए थे। बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान, इंडिगो ने अपने पायलट के वेतन में 30 प्रतिशत तक की कटौती की थी।

इस साल 1 अप्रैल को एयरलाइन ने पायलटों के वेतन में 8 फीसदी की बढ़ोतरी करने के अपने फैसले की घोषणा की थी। इसमें कहा गया है कि कोई व्यवधान नहीं होने की स्थिति में नवंबर से 6.5 प्रतिशत की एक और बढ़ोतरी लागू की जाएगी। हालांकि, पायलटों का एक वर्ग असंतुष्ट रहा और उसने हड़ताल आयोजित करने का फैसला किया। बता दें कि तकरीबन 69 साल सरकार के नियंत्रण में रहने के बाद एअर इंडिया टाटा कंपनी के पास चली गई है।

हाल में सिंगापुर एयरलाइंस के कैम्पबेल विल्सन को एअर इंडिया ने अपने यहां नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति के बाद से एअर इंडिया में भर्ती की प्रक्रिया तेज हो गई है। उधर, राकेश झुनझुनवाला की एयरलाइन कंपनी आकासा को भी कई आवेदन मिले हैं। एयरलाइन इंडस्‍ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए इसने मौके ही मौके तैयार कर दिए हैं। हालांकि, जमी-जमाई कंपनियों को अचानक बड़ी संख्‍या में कर्मचारियों के जाने का डर भी सता रहा है। इंडिगो सहित कुछ एयरलाइनों ने एयर इंडिया से अनुरोध किया है। उन्‍होंने कहा है कि एनओसी के बगैर विमानन कंपनी उनके केबिन क्रू की भर्ती नहीं करे।

calender
04 July 2022, 04:19 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो