शेयर बाजार में ऐतिहासिक गिरावट, लगातार 7वीं बार महाकुंभ के दौरान टूटा सेंसेक्स!
शेयर बाजार में इस साल लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. यह गिरावट अब ऐतिहासिक गिरावट में बदल गई है. महाकुंभ के दौरान लगातार 7वीं बार सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई. बीते 46 दिनों में निवेशकों के 33 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं. 10 जनवरी को सेंसेक्स 77,378.91 अंक पर था, जो 25 फरवरी तक 74,602.12 पर आ गया.

भारत के शेयर बाजार में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बीते 46 दिनों में निवेशकों के 33 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि महाकुंभ के दौरान बाजार गिरने का यह सिलसिला नया नहीं है. पिछले 20 वर्षों में जितनी बार कुंभ या महाकुंभ का आयोजन हुआ, शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई है. इस बार भी इतिहास दोहराया गया है, और निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
सेंसेक्स और निफ्टी का हाल
महाकुंभ शुरू होने से पहले 10 जनवरी को सेंसेक्स 77,378.91 अंक पर था. लेकिन 25 फरवरी तक यह गिरकर 74,602.12 अंक पर आ गया. यानी 2,776.79 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को 3.59% का नुकसान उठाना पड़ा.
निफ्टी ने भी गंवाए अंक
निफ्टी ने भी इस दौरान जबरदस्त गिरावट झेली. 10 जनवरी को निफ्टी 23,381.60 अंक पर था, जो 25 फरवरी को गिरकर 22,547.55 अंक पर पहुंच गया. इसका मतलब है कि 834.05 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, और निवेशकों को 3.57% का नुकसान हुआ.
महाकुंभ और शेयर बाजार का अजीब संयोग
महाकुंभ के दौरान लगातार 7वीं बार शेयर बाजार में गिरावट आई है. 2004 में सेंसेक्स 3.3% गिरा था वहीं 2010 में 1.2%, 2013 में 1.3% का नुकसान, 2015 में सबसे अधिक 8.3% की गिरावट, 2016 में 2.4% सेंसेक्स टूटा, 2021 में 4.2% और अब 2025 में 3.5% की गिरावट देखने को मिली है.
लगातार 5 महीने से गिर रहा बाजार
शेयर बाजार में अक्टूबर 2024 से गिरावट का दौर जारी है.
- अक्टूबर - 6.22% गिरावट
- नवंबर - 0.31% की गिरावट
- दिसंबर - 2.08% की गिरावट
- जनवरी - 2.01% की गिरावट
- फरवरी - अब तक 4% से ज्यादा की गिरावट
क्या कोई राहत की उम्मीद है?
25 फरवरी को सेंसेक्स ने 147 अंकों की बढ़त दर्ज की. लेकिन निफ्टी अभी भी मामूली 5.80 अंक गिरकर 22,547.55 पर बंद हुआ. कुछ सेक्टरों में सुधार देखा गया, लेकिन बाजार में अस्थिरता बनी हुई है. आपको बता दें कि लगातार गिरवट देखते हुए महाकुंभ और शेयर बाजार की गिरावट का संयोग महज इत्तेफाक है या कोई गहरी वजह? यह सवाल बना हुआ है. लेकिन आंकड़ों को देखें तो इस बार भी महाकुंभ के दौरान शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है. अब देखना होगा कि आने वाले महीनों में बाजार किस दिशा में जाता है.


