Munawwar Rana Death: जावेद अख्तर ने मुनव्वर राणा के जनाजे को दिया कंधा
Munawwar Rana Death: फिल्म लेखक और गीताकार जावेद अख्तर सोमवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शायर मुनव्वर राणा के जानजे को कंधा दिया.
Munawwar Rana Death: फिल्म लेखक और गीताकार जावेद अख्तर सोमवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शायर मुनव्वर राणा के जानजे को कंधा दिया. इस अवसर पर जावेद साहब भावुक दिख रहे है. फिल्म लेखक ने शायर के इंतिकाल को हिंदूस्तान की तहजीब का नुकसान बताया है.
फिल्म लेखक और गीताकार जावेद अख्तर ने कहा, ''शायरी और उर्दू का यह एक बड़ा नुकसान है... मुझे इसका बेहद अफसोस है. यह नस्ल एक-एक करके जा रही है और इसकी भरपाई नहीं हो पाएगी, उनकी कमी हमेशा खलेगी... उनकी शायरी प्रेरक है, उनके लिखने का अपना अंदाज था. अच्छी शायरी करना मुश्किल है, लेकिन उससे भी ज़्यादा मुश्किल है अपनी शायरी करना."
रविवार देर रात को मुनव्वर राना का 71 साल की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. काफी समय से बीमार चल रहे राणा यहां संजय गांधी पीजीआई में भर्ती थे. सोमवार को उन्हें लखनऊ के ऐशबाग कब्रिस्तान में सिपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. मुनव्वर राना उर्दू साहित्य के बड़े नाम थे. उनका जन्म 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ था. बता दें कि साल 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मनित किया गया था.
'माँ' पर उनका शेर उनके सबसे प्रसिद्ध कार्यों में से एक था, जिसमें मातृत्व के गुण की प्रशंसा की गई थी. उन्हें अपने पूरे करियर में अमीर खुसरो पुरस्कार, मीर तकी मीर पुरस्कार, गालिब पुरस्कार, डॉ. जाकिर हुसैन पुरस्कार और सरस्वती समाज पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कार भी मिले. प्रसिद्ध उर्दू कवि के परिवार में उनकी पत्नी रैना, चार बेटियां और एक बेटा है.