सीमांचल में AIMIM ने महागठबंधन को दिया बड़ा झटका, 20 सीटों पर हो गया खेल...NDA की प्रचंड बढ़त
सीमांचल में AIMIM की सक्रियता ने मुस्लिम वोटों में बिखराव पैदा कर दिया, जिससे महागठबंधन को बड़ा नुकसान और एनडीए को अप्रत्याशित बढ़त मिली. कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हुआ और शुरुआती रुझानों में एनडीए लगभग 20 सीटों पर आगे दिख रहा है.

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सीमांचल वह इलाका साबित हुआ है, जहां की हवा ने पूरे राज्य की राजनीतिक दिशा को प्रभावित किया है. शुरुआती रुझानों में एनडीए को मिली अप्रत्याशित बढ़त ने अनेक राजनीतिक समीकरणों को उलट दिया है. दिलचस्प बात यह है कि इस बदलाव की बड़ी वजह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM मानी जा रही है, जिसने मुस्लिम वोट बैंक पर अपनी मजबूत पकड़ बनाकर महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचाया है.
AIMIM की एंट्री से बदला समीकरण
सीमांचल को हमेशा से महागठबंधन का सुरक्षित इलाका माना जाता रहा है. किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में मुस्लिम मतदाताओं की हिस्सेदारी 30 से 65 प्रतिशत तक है. ऐसे में माना जा रहा था कि आरजेडी-कांग्रेस और अन्य सहयोगी दल यहां मजबूत पकड़ बनाए रखेंगे.
AIMIM के सक्रिय प्रचार और असदुद्दीन ओवैसी के आक्रामक कैंपेन ने अचानक राजनीतिक हवा बदल दी. ओवैसी ने बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाताओं का भरोसा जीत लिया और उन्हें यह समझाने में कामयाब रहे कि अब तक जिन दलों पर वे भरोसा करते आए हैं, वे उनके हितों की वास्तविक लड़ाई नहीं लड़ रहे.
एनडीए को अप्रत्याशित लाभ
सीमांचल की 24 सीटों में से शुरुआती रुझानों में करीब 20 सीटों पर एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है. AIMIM को मिले वोटों के कारण मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटों के बिखराव ने एनडीए को बड़ा फायदा पहुंचाया है.
2020 के चुनाव में AIMIM ने पांच सीटों पर जीत हासिल कर सभी को चौंकाया था. भले ही बाद में उसके विधायक राजद में शामिल हो गए हों, लेकिन इस इलाके में AIMIM की पकड़ कम नहीं हुई. 2025 में पार्टी 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, और कई जगह मुकाबले को त्रिकोणीय बनाकर महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा रही है.
सीमांचल का चुनावी भूगोल
एनडीए और महागठबंधन दोनों ने सीमांचल को बहुत महत्व दिया.
एनडीए: बीजेपी 11 सीटें, जेडीयू 10 सीटें, एलजेपी (RV) 3 सीटें
महागठबंधन: कांग्रेस 12 सीटें, आरजेडी 9 सीटें, वीआईपी 2 सीटें
AIMIM: 15 सीटों पर मुकाबले में
AIMIM के आने से वोटों का समीकरण तीन हिस्सों में बंटा, जिसका सीधा असर सीटों पर दिख रहा है.
महत्वपूर्ण सीटों पर रुझान
अमौर सीट
जेडीयू के सबा जफर: 13,566
AIMIM के अख्तरुल ईमान: 11,575
कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान: 5,751
बहादुरगंज
एलजेपी (RV) के मोहम्मद कलीमुद्दीन: 10,701
AIMIM के तौसीफ आलम: 7,183
कांग्रेस के मसवर आलम: 5,622
बायसी
AIMIM उम्मीदवार: 9,759
बीजेपी के विनोद कुमार: 5,851
RJD के अब्दुस सुब्हान: 1,738
जोकीहाट
जेडीयू के मंजर आलम: 15,909
AIMIM के मुर्शिद आलम: पीछे
RJD के शाहनवाज: तीसरे स्थान पर
कोचाधामन
AIMIM के सरवर आलम: 15,371
RJD के मुजाहिद आलम: बेहद करीबी अंतर से पीछे
बीजेपी की बीना देवी: 10,403 वोट


