भारी बारिश के बीच दिल्ली के बसंत विहार में गिरी दीवार, दो बच्चों की दबकर मौत
दिल्ली के वसंत विहार इलाके में एक DDA दीवार गिरने से दो बच्चे मलबे में दबकर मारे गए. तत्काल बचाव कार्रवाई कर उन्हें AIIMS ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. आपदा प्रबंधन दल और DDA की टीम मलबा हटाकर आगे फंसे किसी और की तलाश में जुटी है.

Wall Collapsed: दिल्ली में गुरुवार दोपहर भारी बारिश और जलभराव के बाद दक्षिण-पश्चिमी इलाके वसंत विहार में एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां एक पुरानी दीवार अचानक गिरकर दो छोटे बच्चों की जान ले गई. घटना का समय शाम लगभग 4:45 बजे बताया गया, जब दोनों बच्चे दीवार के पास सड़ी-सीढ़ी पर बैठे थे.
बिहार के रहने वाले थे बच्चे
मृतकों की उम्र मात्र 9 और 10 वर्ष थी. दोनो ही बिहार के मधुबनी और बेगूसराय जिलों के रहने वाले थे. बच्चे मलबे में फंसे रहने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें बाहर निकाला और पीसीआर वैन की मदद से उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. यह एक अत्यंत दुखद व संवेदनशील अवस्था थी जो बच्चों के अभाव में परिवारों और आसपास के लोगों को झकझोर कर रख गई.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन टीमों, डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया. उन्होंने मलबा हटाने का काम तेज़ी से शुरू कर दिया ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं और कोई व्यक्ति तो उसमें फंसा नहीं है. आसपास के इलाके में अन्य कमजोर संरचनाओं की स्थिति की भी जांच की गई. प्रशासन की प्राथमिकता तत्काल बचाव और सतर्कता बनाए रखने की रही.
क्यों टूटी दीवार?
प्रारंभिक जांच से साफ हुआ है कि दीवार का गिरना संभवतः भारी बारिश और भू-स्थिरता के कारण हुआ. पिछले दिनों दिल्ली में लगातार बारिश हो रही थी, जिससे कई पुराने ढांचे और दीवारें कमजोर हो गई थीं. दिल्ली में भारी बारिश के कारण एक नीम का पेड़ गिर गया. इस हादसे में एक बाइक सवार की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवती घायल हो गई. घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
आपको बता दें कि वसंत विहार की एक ही दुर्घटना नहीं थी. कुछ दिनों पहले दिल्ली के जैतपुर इलाके में भी एक दीवार गिरने की घटना सामने आई, जिसमें दो बच्चों समेत आठ लोगों की जान चली गई. इससे यह स्पष्ट होता है कि पुराने निर्माणों और कमजोर संरचनाओं को लेकर एक बड़े पैमाने पर जोखिम बना हुआ है.
आतिशी ने साधा सरकार पर निशाना
इस बीच दिल्ली में आम आदमी पार्टी की विधायक और विपक्ष की नेता आतिशी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सीएम रेखा गुप्ता को चिट्ठी लिखकर हाल में हुई घटनाओं का जिक्र किया है. आतिशी ने कहा है कि आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के कारण हंसराज सेठी मार्ग पर एक पेड़ के गिरकर दब जाने से एक युवक की मौत हो गई. इस घटना में एक लड़की भी गंभीर रूप से घायल हो गई है और अपनी जान के लिए संघर्ष कर रही है. यह कोई 'प्रकृति का कृत्य' नहीं है. यह आपके प्रशासन द्वारा मानसून संबंधी तैयारियों में पूर्णतः कमी का परिणाम है. यह घटना कोई अकेली घटना नहीं है. यह बेहद शर्मनाक है कि आपकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के कारण कई लोगों की जान चली गई है.
रक्षाबंधन पर दिल्ली में हुए हादसे
आतिशी ने पिछली घटनाओं की याद दिलाते हुए चिट्ठी में लिखा कि पिछले शनिवार 9 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर जब पूरा देश त्योहार की धूम मना रहा था. शहर में दो अलग-अलग त्रासदियों ने तबाही मचा दी. एक घटना में, फर्नी रोड पर खेड़ा खुर्द में बारिश के कारण एक खुले नाले में डूबकर ढाई साल के एक बच्चे की मौत हो गई. उसी दिन एक अन्य घटना में जैतपुर इलाके में एक दीवार का एक हिस्सा गिरने से दो छोटे बच्चों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई.
आतिशी ने कहा कि 30 जुलाई को खबर आई कि उत्तरी दिल्ली की सहगल कॉलोनी में एलजी सचिवालय के पास एक चारदीवारी का एक हिस्सा गिरने से एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर घायल हो गए. 22 मई को खबर आई कि राष्ट्रीय राजधानी में आए तूफान और बारिश में एक दिव्यांग व्यक्ति सहित कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए. ये तो बस कुछ उदाहरण हैं जो मीडिया में छपे. इस साल की बारिश में कई और लोगों की जान चली गई है.
PWD मंत्री प्रवेश वर्मा का मांगा इस्तीफा
आप नेता ने कहा कि लोक निर्माण विभाग जिसे हमारे शहर की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे को बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, अपने सबसे बुनियादी कर्तव्य में विफल रहा है. लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा को नैतिक ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और उन्हें तुरंत अपने मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए.


