1 अगस्त से सस्ता हुआ कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर, दिल्ली समेत अन्य जगहों के जानें रेट
भारत की प्रमुख तेल विपणन कंपनियों ने अगस्त 2025 के पहले दिन से 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है. ये लगातार 5वां महीना है जब वाणिज्यिक गैस की कीमत में कमी की गई है.

महीने की शुरुआत उपभोक्ताओं के लिए राहतभरी खबर के साथ हुई है. भारत की प्रमुख तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने अगस्त 2025 के पहले दिन से 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है. यह लगातार पांचवां महीना है जब वाणिज्यिक गैस की कीमत में कमी की गई है. ताजा बदलाव के तहत, सिलेंडर के दाम में 33.5 रुपये से लेकर 34.5 रुपये तक की कमी की गई है. कोलकाता और चेन्नई में सबसे अधिक कटौती देखने को मिली है. हालांकि, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
प्रमुख शहरों में नए रेट
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में 19 किलोग्राम वाणिज्यिक सिलेंडर की नई कीमत अब 1,631.5 रुपये है, जो पहले 1,665 रुपये थी. कोलकाता में कीमत 34.5 रुपये घटकर 1,734.5 रुपये हो गई है. मुंबई में 34 रुपये की कमी के साथ यह 1,582.5 रुपये पर पहुंच गई है, जबकि चेन्नई में अब यह 1,789 रुपये का मिलेगा, जो पहले 1,823.5 रुपये में बिक रहा था.
पिछले महीनों की तुलना में राहत
इससे पहले जुलाई में सिलेंडर की कीमतों में औसतन 57 रुपये तक की कमी आई थी. अप्रैल से जुलाई 2025 तक की बात करें तो देश के विभिन्न महानगरों में 19 किलो वाले सिलेंडर के दाम में 138 रुपये से लेकर 144 रुपये तक की गिरावट आई है. दिल्ली में यह कमी 138 रुपये की रही, कोलकाता में 144 रुपये, मुंबई में 139 रुपये और चेन्नई में 141.5 रुपये तक की राहत मिली है.
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत स्थिर
जहां कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर लगातार सस्ते हो रहे हैं. वहीं, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर के रेट्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 8 अप्रैल 2025 को 50 रुपये की बढ़ोतरी के बाद से इनकी कीमत जस की तस बनी हुई है. वर्तमान में दिल्ली में इसकी कीमत 853 रुपये, कोलकाता में 879 रुपये, मुंबई में 852.50 रुपये और चेन्नई में 868.50 रुपये है.
कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
एलपीजी की कीमतें तय करने में कई वैश्विक और घरेलू तत्व भूमिका निभाते हैं. इनमें अंतरराष्ट्रीय एलपीजी रेट, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव, डॉलर-रुपये का विनिमय दर, सीमा शुल्क, डीलर कमीशन, विपणन लागत और बंदरगाह शुल्क शामिल हैं.
एलपीजी का उपभोग और वितरण
भारत में एलपीजी की कुल खपत का करीब 90% हिस्सा घरेलू उपयोग में आता है. शेष 10% वाणिज्यिक, औद्योगिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर में खपत होता है. इंडेन एलपीजी को देशभर में विभिन्न आकारों के सिलेंडरों में बेचा जाता है, जिनमें 5 किग्रा, 14.2 किग्रा (घरेलू) और 19 किग्रा, 47.5 किग्रा, 425 किग्रा (औद्योगिक/वाणिज्यिक) शामिल हैं. घरेलू गैस की कीमतें प्रायः स्थिर रहती हैं जबकि वाणिज्यिक एलपीजी की दरें वैश्विक बाजारों के अनुसार बदलती रहती हैं.


