'कोरोना गया नहीं... बस कमजोर पड़ा है!' — नए वैरिएंट की वापसी से बढ़ी चिंता, देश में 24 घंटे में 2 मौतें, 27 नए केस
देश में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. नए वैरिएंट्स ने दस्तक दी है, 24 घंटे में 2 मौतें और कई नए केस मिले हैं. सरकार अलर्ट पर है और ज़रूरी बैठकें हो रही हैं. कौन-कौन से राज्यों में फैला है वायरस? नया वैरिएंट कितना खतरनाक है? क्या आपको घबराने की जरूरत है या सिर्फ सतर्क रहने की?पूरी जानकारी के लिए खबर ज़रूर पढ़ें

Covid-19: कोरोना एक बार फिर दस्तक दे रहा है. पिछले कुछ महीनों से लग रहा था कि कोविड अब पीछे छूट गया है, लेकिन नए वैरिएंट्स ने फिर से चिंता बढ़ा दी है. देशभर में कोरोना के मामूली लेकिन लगातार बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में 2 मरीजों की मौत हो चुकी है और 27 नए मामले सामने आए हैं. एक्टिव मरीजों की कुल संख्या अब बढ़कर 363 पर पहुंच गई है.
दो मौतें, बढ़ती चिंता
बेंगलुरु में कोरोना के कारण 84 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई. इससे पहले महाराष्ट्र के ठाणे में 21 साल के एक युवक ने दम तोड़ दिया था. ये दोनों मौतें नए वैरिएंट्स के संक्रमण के चलते हुई हैं.
कहां-कहां से आए केस?
शनिवार को सामने आए 23 मामलों में सबसे ज्यादा 8 केस ठाणे (महाराष्ट्र) से मिले हैं.
राजस्थान और कर्नाटक से 5-5 केस, उत्तराखंड और हरियाणा से 3-3 केस, इंदौर (मध्यप्रदेश) से 2 केस और नोएडा (उत्तरप्रदेश) से 1 केस सामने आया है.
केंद्र ने बुलाई आपात बैठक
बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय की अगुवाई में समीक्षा बैठक की. इस बैठक में ICMR, DHR, DGHS और NCDC के अधिकारी शामिल हुए. बैठक में स्थिति पर बारीकी से चर्चा हुई और निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया गया.
नए वैरिएंट्स पर नजर
INSACOG की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अभी NB.1.8.1 और LF.7 जैसे दो नए वैरिएंट पाए गए हैं. इनमें NB.1.8.1 में A435S, V445H और T478I जैसे स्पाइक म्यूटेशन हैं, जो इसे तेजी से फैलने वाला बनाते हैं. अच्छी बात ये है कि WHO ने इन वैरिएंट्स को ‘चिंताजनक’ नहीं, बल्कि ‘निगरानी योग्य’ श्रेणी में रखा है.
सबसे कॉमन है JN.1 वैरिएंट
फिलहाल भारत में सबसे आम वैरिएंट JN.1 है. यह ओमिक्रॉन के BA.2.86 का ही एक स्ट्रेन है, जिसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं. WHO ने इसे दिसंबर 2023 में 'रुचि का वैरिएंट' घोषित किया था. यह वैरिएंट तेजी से फैलता है और इम्यूनिटी पर असर डालता है, लेकिन ज़्यादातर मामलों में गंभीर बीमारी नहीं करता.
गुजरात, दिल्ली और यूपी में क्या हाल?
गुजरात में अब तक 40 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 33 एक्टिव हैं.
दिल्ली में अब तक 23 एक्टिव केस हैं.
गाजियाबाद (यूपी) में 4 नए मरीज मिले हैं. इनमें से 3 को घर पर आइसोलेट किया गया है, जबकि 1 मरीज अस्पताल में भर्ती है.
हरियाणा में 48 घंटे में 5 मरीज सामने आए हैं, जिनमें दो महिलाएं हैं.
लक्षण क्या हैं और कब हो सतर्क?
JN.1 के लक्षण आम सर्दी-जुकाम जैसे हो सकते हैं — गले में खराश, बुखार, थकावट और खांसी. कुछ लोगों में ये लक्षण हफ्तों तक बने रह सकते हैं, जिसे 'लॉन्ग कोविड' कहा जाता है.
तो क्या करें हम?
फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है. अगर किसी को लक्षण महसूस हों तो तुरंत टेस्ट करवाएं और जरूरत हो तो डॉक्टर से संपर्क करें. वैक्सीनेशन करवा चुके लोगों में संक्रमण हल्का देखा गया है, इसलिए बूस्टर डोज़ भी ज़रूरी है.
कोरोना अभी गया नहीं है, बस कमजोर पड़ा है. नए वैरिएंट्स के साथ यह फिर से उभर रहा है. ज़िम्मेदारी हमारी है कि हम पहले जैसी लापरवाही ना करें. मास्क, दूरी और साफ-सफाई अभी भी हमारी सुरक्षा की सबसे पहली दीवार हैं.


