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भारत-पाक पहला सीजफायर: कब हुई थी शुरुआत और कैसे पड़ोसी मुल्क ने हर बार तोड़ा भरोसा?

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच बीते दिन जैसे ही सीजफायर लागू हुआ, पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में उसे तोड़कर अपनी पुरानी आदत दोहरा दी. आइए जानते हैं, कब-कब पाकिस्तान ने भरोसे को तोड़ते हुए सीजफायर का उल्लंघन किया.

सीजफायर यानी युद्धविराम, जिसका मकसद होता है सीमा पर तनाव कम करना और शांति की दिशा में कदम बढ़ाना. लेकिन पाकिस्तान की आदत हमेशा से रही है वादाखिलाफी की. इतिहास गवाह है कि जब भी भारत ने शांति की पहल की, पाकिस्तान ने धोखे का रास्ता चुना. 10 मई को लागू हुए युद्धविराम के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने गोलीबारी कर दी, जिससे ये साफ हो गया कि उसका असली चेहरा आज भी नहीं बदला.

1947 से शुरू हुआ सीजफायर का सिलसिला

1947 में भारत-पाक बंटवारे के बाद पाकिस्तान ने कश्मीर पर कब्जे की नापाक कोशिश की थी. इस दौरान, दोनों देशों के बीच पहला युद्ध हुआ और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में पहला सीजफायर लागू किया गया. उसी समय नियंत्रण रेखा (LOC) की अवधारणा बनी थी.

1965: ऑपरेशन जिब्राल्टर और सीजफायर

1965 में पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत फिर से कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश की. जवाब में भारत ने सैन्य कार्रवाई की. 17 दिन चले युद्ध के बाद अमेरिका और सोवियत संघ की मध्यस्थता में 23 सितंबर 1965 को सीजफायर हुआ.

1971: बांग्लादेश युद्ध और पाकिस्तान की करारी हार

भारत-पाक युद्ध का तीसरा अध्याय 1971 में तब शुरू हुआ जब बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई के समर्थन में भारत उतरा. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान की सेना ने आत्मसमर्पण किया और बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना. इस ऐतिहासिक जीत के साथ एक और युद्धविराम अस्तित्व में आया.

1999: कारगिल युद्ध और पाकिस्तान की फिर एक चालबाज़ी

कारगिल युद्ध के दौरान, पाकिस्तान ने LOC के उल्लंघन की शुरुआत की. भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री मीर जफरुल्ला खान जमाली ने सीजफायर की पहल की, जिसे भारत ने स्वीकार किया. लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान की हरकतें जारी रहीं.

2003 के समझौते के बाद भी कई बार उल्लंघन

2003 में LOC पर स्थायी सीजफायर का समझौता हुआ, लेकिन पाकिस्तान ने 2013, 2016 और 2019 में लगातार इसका उल्लंघन किया. इन घटनाओं में भारत के कई सैनिक शहीद हुए. पाकिस्तान की तरफ से की गई हर फायरिंग ने ये जताया कि वो कभी भी अपनी बात पर कायम नहीं रहता.

2025: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बना युद्ध जैसा माहौल

22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. इसके बाद सीमा पर युद्ध जैसे हालात बन गए थे. अमेरिका की पहल पर 10 मई को शाम 5 बजे युद्धविराम लागू हुआ. लेकिन दो से तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान ने एक बार फिर गोलीबारी करके भारत के भरोसे को तोड़ दिया.

पाकिस्तान की रणनीति हमेशा से स्पष्ट रही है- बातचीत की मेज़ पर शांति का दिखावा और मैदान पर घात. इस बार भी वही हुआ. भारत की तरफ से शांति की पेशकश और पाकिस्तान की तरफ से उसी पर वार. यही कारण है कि भारत आज भी इस पड़ोसी देश पर भरोसा करने से कतराता है.

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11 May 2025, 04:46 PM IST

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