कश्मीर तक ट्रेन की यात्रा में नया अपडेट: सुरंग संचार प्रणाली का काम अधूरा, उद्घाटन में हो सकता है और विलंब!
कश्मीर से जुड़ी रेल परियोजना में संचार प्रणाली का काम अधूरा होने के कारण उद्घाटन में देरी हो सकती है. उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे से शिकायत की है. प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा उद्घाटन की तारीख स्थगित हो चुकी है. जानिए इस देरी के पीछे की वजह और इसके असर को लेकर पूरी खबर!

Kashmir Train Service: कश्मीर तक रेल यात्रा के बड़े सपने को पूरा करने के लिए कई सालों से मेहनत चल रही है, और अब इस परियोजना के अंतिम चरण में एक नई समस्या सामने आई है.
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link) परियोजना का उद्घाटन लगभग तय था लेकिन सुरक्षा से जुड़ी एक बड़ी कमी ने इसकी तारीख को टालने पर मजबूर कर दिया है. उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे संचार (KRC) को एक चिट्ठी लिखकर शिकायत की है कि सुरंगों में संचार प्रणाली का काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है. इस स्थिति में उद्घाटन में और देरी हो सकती है.
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना का महत्वपूर्ण चरण
इस रेल लिंक परियोजना के तहत कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का सपना देखा जा रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 19 अप्रैल 2025 को कटड़ा से संगलदान तक के अंतिम हिस्से का उद्घाटन करना था, जिससे कश्मीर के लिए रेल यात्रा की सुविधा उपलब्ध होती. हालांकि, मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद उद्घाटन को स्थगित कर दिया गया और अब नई तारीख का ऐलान भी नहीं हुआ है.
सुरंगों में संचार प्रणाली का अधूरा काम चिंता का विषय
उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे संचार को पत्र लिखकर शिकायत की है कि सुरंगों में वीएचएफ (वेरि हाई फ्रिक्वेंसी) संचार प्रणाली का काम अभी तक अधूरा पड़ा है. यह संचार प्रणाली ट्रेन संचालन के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह सुरंगों के भीतर संचार में मदद करती है. विशेष रूप से कटड़ा-बनिहाल खंड में ट्रेन संचालन के लिए सुरंग संचार एक अहम हिस्सा है.
पत्र में कहा गया है कि कोंकण रेलवे ने बार-बार कहने के बावजूद यह काम पूरा नहीं किया, जिससे उद्घाटन में देरी हो सकती है. कश्मीर में ट्रेन सेवा को शुरू करने के लिए इस संचार प्रणाली का कार्य पूरा होना अनिवार्य है, ताकि सुरक्षा संबंधित कोई समस्या न हो और ट्रेन संचालन बिना किसी अवरोध के हो सके.
क्या है समाधान?
उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे को इस समस्या का समाधान जल्दी करने के लिए कहा है. इसके लिए ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) को बुलाने की सलाह दी गई है ताकि संचार प्रणाली में सुधार हो सके. रेलवे अधिकारियों का मानना है कि अगर इस मुद्दे को हल किया जाता है तो जल्द ही उद्घाटन की तारीख तय की जा सकेगी.
सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जा रही है
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना के लिए सुरक्षा एक प्राथमिकता है. सुरक्षा निरीक्षण पहले ही हो चुका है, लेकिन यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि सुरंगों के भीतर संचार प्रणाली पूरी तरह से तैयार हो ताकि भविष्य में कोई भी अप्रत्याशित घटना न हो.
नए अपडेट्स का इंतजार
अब तक, इस परियोजना का उद्घाटन 19 अप्रैल को निर्धारित था, लेकिन काम अधूरा होने के कारण उद्घाटन की तारीख स्थगित कर दी गई है. फिलहाल, कश्मीर तक रेल यात्रा के लिए नई तारीख का ऐलान किया जाएगा, जब यह महत्वपूर्ण काम पूरा होगा और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
यह परियोजना कश्मीरवासियों के लिए एक बहुत बड़ी राहत साबित हो सकती थी, क्योंकि ट्रेन सेवा से कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा जाएगा. हालांकि, इस तकनीकी समस्या के कारण अभी थोड़ा इंतजार करना होगा.


