score Card

लंदन प्रॉपर्टी डील केस: पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे रॉबर्ट वाड्रा, ED सूत्रों का दावा

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से लंदन प्रॉपर्टी डील मामले में ईडी ने पूछताछ की, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वे सहयोगात्मक रवैया नहीं दिखा पाए.

दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर में सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ हुई. यह मामला लंदन की दो विवादित प्रॉपर्टी डील से जुड़ा है. सूत्रों के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा पूछताछ के दौरान सहयोगात्मक रवैया नहीं दिखा रहे हैं और उन्होंने कई सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए. वाड्रा के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी ED दफ्तर पहुंचीं थीं.

इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत तीन अलग-अलग जांच चल रही हैं, जिनमें से दो जमीन सौदों में अनियमितताओं से जुड़े हैं. जांच का मुख्य फोकस उनके कथित तौर पर यूके स्थित हथियार डीलर संजय भंडारी के साथ वित्तीय संबंधों और कथित बेनामी संपत्तियों पर है.

लंदन की प्रॉपर्टी डील से जुड़ी जांच

रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ लंदन स्थित दो संपत्तियों- 19 ब्रायनस्टन स्क्वायर और ग्रोवेनर हिल कोर्ट, बोरडन स्ट्रीट से जुड़ी है. प्रवर्तन निदेशालय को संदेह है कि ये संपत्तियां असल में वाड्रा की बेनामी संपत्तियां हैं और इनका मालिकाना हक संजय भंडारी के जरिए छुपाया गया है.

सूत्रों के अनुसार, वाड्रा ने पूछताछ के दौरान संजय भंडारी और उनके परिवार के साथ अपने वित्तीय संबंधों को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं दी. ED का आरोप है कि इन संपत्तियों का अधिग्रहण और नवीनीकरण वाड्रा के निर्देशों और धन से हुआ.

चार्जशीट में क्या है दावा?

ED द्वारा 2023 में दायर चार्जशीट में दावा किया गया था कि संजय भंडारी ने 2009 में लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर स्थित घर को खरीदा और उसे रॉबर्ट वाड्रा के निर्देशों के अनुसार रेनोवेट कराया गया. जांच एजेंसी का कहना है कि इस रेनोवेशन का पूरा खर्च वाड्रा ने दिया था.

हालांकि रॉबर्ट वाड्रा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि उन्होंने किसी भी लंदन प्रॉपर्टी का मालिकाना हक ना सीधे तौर पर और ना ही अप्रत्यक्ष रूप से कभी लिया है. उन्होंने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए कहा कि मुझे परेशान और प्रताड़ित किया जा रहा है ताकि राजनीतिक लाभ उठाया जा सके.

संजय भंडारी का मामला और झटका

63 वर्षीय संजय भंडारी 2016 में भारत से फरार हो गए थे. दिल्ली में आयकर विभाग की रेड के बाद वे लंदन चले गए थे. हाल ही में दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया. भारतीय एजेंसियों को एक और बड़ा झटका तब लगा जब यूके की अदालत ने संजय भंडारी के प्रत्यर्पण के खिलाफ भारत सरकार की अपील को खारिज कर दिया. इससे भारत में उनके खिलाफ चल रही कानूनी प्रक्रिया लगभग ठहर गई है.

रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ में आगे क्या?

सूत्रों की मानें तो ED आने वाले दिनों में वाड्रा से दोबारा पूछताछ कर सकती है और अगर वे सहयोग नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ और सख्त कानूनी कदम उठाए जा सकते हैं. फिलहाल उनकी कथित बेनामी संपत्तियों और विदेश में लेन-देन की गहन जांच जारी है.

calender
14 July 2025, 08:22 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag