'मणिपुर में CRPF कैंप में ताबड़तोड़ फायरिंग, दो जवानों की मौत...फिर जवान ने खुद को भी गोली मार ली!'
मणिपुर के इंफाल में गुरुवार रात CRPF कैंप में अचानक गोलियों की गूंज सुनाई दी. एक जवान ने अपने ही साथियों पर फायरिंग कर दी, जिसमें दो की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इतना ही नहीं, फायरिंग करने वाले जवान ने खुद को भी गोली मार ली. लेकिन आखिर इस घटना की वजह क्या थी? क्या यह किसी आपसी विवाद का नतीजा था या इसके पीछे कोई और बड़ा कारण है? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें…

Manipur CRPF Camp: मणिपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. गुरुवार रात इंफाल पश्चिम जिले के लामफेल स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कैंप में एक जवान ने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस घटना में दो जवानों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए. इतना ही नहीं, गोलीबारी करने वाले जवान ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
कैसे हुआ ये हादसा?
यह घटना गुरुवार रात करीब 8:20 बजे की है. फायरिंग करने वाले जवान की पहचान हवलदार संजय कुमार के रूप में हुई है, जो CRPF की 120वीं बटालियन में तैनात थे. संजय कुमार असम के रहने वाले थे और उनकी पोस्टिंग त्रिसुंडी कैंप में थी. घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और सुरक्षाबलों ने कैंप को चारों ओर से घेर लिया.
घायलों का इलाज जारी
इस फायरिंग में घायल हुए आठ जवानों को तुरंत इंफाल के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. अस्पताल के बाहर CRPF के अधिकारी और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
#WATCH | "A Central Reserve Police Force (CRPF) jawan opened fire at a camp in Manipur, killing two fellow personnel and injuring eight others before taking his own life," Officials say.
— ANI (@ANI) February 13, 2025
Visuals from the hospital in Imphal where the injured CRPF jawans are admitted. pic.twitter.com/WkpJ4EWT9g
जांच में जुटे अधिकारी, कारण अभी अज्ञात
फायरिंग की वजह क्या थी, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है. CRPF के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि पूरी जांच के बाद ही फायरिंग के पीछे की असली वजह सामने आ पाएगी.
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू
इस घटना से पहले ही मणिपुर राजनीतिक संकट से गुजर रहा था. 9 फरवरी को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद गुरुवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. पिछले 21 महीनों से मणिपुर जातीय हिंसा की चपेट में है, जिसमें अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
CRPF में शोक की लहर
इस अप्रत्याशित घटना ने CRPF के जवानों और उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है. साथी जवान इस घटना से बेहद दुखी हैं और कैंप में मातम पसरा हुआ है. अब सबकी नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे इस गोलीबारी के पीछे की असली वजह सामने आ सके.


