ऐसा संकट पहले कभी नहीं देखा... विमान हादसे पर क्या बोले टाटा के चेयरमैन?
अहमदाबाद विमान हादसे को टाटा संस चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने अपने करियर की सबसे हृदयविदारक त्रासदी बताया और कर्मचारियों से संकल्प के साथ आगे बढ़ने की अपील की.

अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने देश को झकझोर कर रख दिया है. टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इसे अपने करियर की सबसे 'दिल दहला देने वाली' घटना बताया है. उन्होंने सोमवार को एयर इंडिया मुख्यालय और प्रशिक्षण अकादमी में कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भावुक शब्दों में हादसे पर अपना दुख साझा किया.
बीते हफ्ते अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ ही क्षणों बाद क्रैश हो गया था, जिसमें विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा जमीन पर मौजूद 29 अन्य लोग भी इस हादसे की चपेट में आए.
'सबसे दिल तोड़ने वाली त्रासदी'
एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि मैंने अपने करियर में कई संकट देखे हैं, लेकिन ये सबसे हृदयविदारक त्रासदी है जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर इस हादसे को एक बदलाव की ताकत बनाना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एयरलाइन को और सुरक्षित बनाना होगा.
कर्मचारियों से की ये अपील
गुरुग्राम स्थित एयर इंडिया मुख्यालय और प्रशिक्षण अकादमी में करीब 700 कर्मचारियों व लीडरशिप टीम को संबोधित करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा कि हमें रास्ते पर टिके रहना होगा. हर काम में और दृढ़ निश्चय के साथ जुटना होगा. हमें जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान हालातों में हर कर्मचारी को अपना आत्मबल बनाए रखना होगा और कंपनी के मिशन को मजबूती से आगे बढ़ाना होगा.
पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता
हादसे के बाद एयर इंडिया ने शनिवार को पीड़ित परिवारों को ₹25 लाख की अंतरिम सहायता राशि देने की घोषणा की. यह राशि पहले घोषित किए गए ₹1 करोड़ मुआवजे के अतिरिक्त दी गई है. एयर इंडिया के CEO और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने इस राहत राशि की घोषणा करते हुए कहा था कि एयरलाइन पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है.
एयर इंडिया CEO विल्सन ने ये भी बताया कि पीड़ित परिवारों को प्रशिक्षित केयरगिवर्स की सहायता प्रदान की जा रही है, जो उन्हें काउंसलिंग और अन्य सहयोग सेवाएं देंगे. साथ ही एयरलाइन की टीमें स्थानीय प्रशासन और परिवारों के साथ मिलकर शवों की पहचान और पुनःएकीकरण की प्रक्रिया में भी लगी हुई हैं.