भारत के जोरदार हमले से पाकिस्तान ने टेका घुटना, लोकसभा में राजनाथ की हुंकार, ऑपरेशन सिंदूर पर दिया बड़ा बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय सेनाओं ने नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था. यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूती और निर्णय क्षमता को दिखाता है.

Rajnath Singh: सोमवार को लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि मई में की गई इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे. राजनाथ सिंह ने यह जानकारी उस समय दी, जब वे संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बहस कर रहे थे, जो कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई का हिस्सा था.
राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान अत्यधिक सुनियोजित तरीके से चलाया था और इस दौरान भारतीय बलों ने पाकिस्तान के आतंकवादी ढांचे को पूरी तरह से नष्ट करने का लक्ष्य रखा. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन न केवल एक सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का 'निर्णायक और प्रभावी प्रदर्शन' था.
आतंकवादियों के ठिकानों पर सटीक हमले
राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, आका और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी समूहों से जुड़े लोग मारे गए. उन्होंने यह भी कहा, 'हमारे बलों द्वारा किए गए सुनियोजित हमलों में आतंकवादी ढांचे के नौ ठिकानों पर सटीक निशाना साधा गया वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है.' सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन के दौरान नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचाने का पूरा ध्यान रखा था. उन्होंने कहा, 'हमारे सशस्त्र बलों ने गहन अध्ययन किया था और ऑपरेशन सिंदूर से पहले कई विकल्पों पर विचार किया. हमने वह विकल्प चुना, जिससे आतंकवादियों और उनके ठिकानों को अधिकतम नुकसान पहुंचे, जबकि पाकिस्तान के नागरिकों को कोई हानि न हो.'
भारत की संप्रभुता की रक्षा में ऑपरेशन सिंदूर
राजनाथ सिंह ने इस अभियान को भारत की संप्रभुता और उसकी पहचान की रक्षा के रूप में बताया. उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक निर्णायक और प्रभावी प्रदर्शन था. यह भारत की संप्रभुता, उसकी पहचान और देश के नागरिकों के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है.'
इस दौरान, उन्होंने उन सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपनी जान की आहुति दी. सिंह ने कहा, 'मैं संसद की ओर से उन बहादुर जवानों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने आवश्यकता पड़ने पर देश के लिए बलिदान दिया है.'
संसद में हंगामा और कार्यवाही का स्थगन
राजनाथ सिंह के संबोधन के बाद लोकसभा में विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा किया गया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी. विपक्षी सांसद निचले सदन के आसन के पास पहुंच गए, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित की गई.


