Parakram Diwas 2024: नेताजी का जीवन, उनका योगदान भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा है- PM मोदी
Parakram Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर पराक्रम दिवस के अवसर पर भारत पर्व 2024 का अनावरण किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि, नेताजी, देश के सामने आने वाली चुनौतियों को भली-भांति समझते थे, उनके प्रति सबको आगाह करते थे.
Parakram Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर पराक्रम दिवस के अवसर पर भारत पर्व 2024 का अनावरण किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि, नेताजी, देश के सामने आने वाली चुनौतियों को भली-भांति समझते थे, उनके प्रति सबको आगाह करते थे. उन्होंने कहा था कि अगर हमें भारत को महान बनाना है, तो Political Democracy, Democratic Society की नींव सशक्त होनी चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य से आजादी के बाद उनके इस विचार पर ही कड़ा प्रहार किया गया. आज़ादी के बाद परिवारवाद, भाई-भतीजावाद जैसी बुराइयां भारत के लोकतंत्र पर हावी होती गईं. ये भी एक बड़ा कारण रहा है कि भारत उस गति से विकास नहीं कर पाया, जिस गति से उसे करना चाहिए था.
पीएम मोदी ने कहा कि, "देश की राजनीति को परिवारवाद और भ्रष्टाचार की बुराइयों से हमारी युवाशक्ति और नारीशक्ति ही बाहर निकाल सकती है. हमें राजनीति से भी इन बुराइयों को समाप्त करने का पराक्रम दिखाना होगा, इन्हें परास्त करना होगा. हमारा लक्ष्य साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है. हमारा लक्ष्य, भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध, सांस्कृतिक रूप से सशक्त और सामरिक रूप से समर्थ बनाना है."
आगे उन्होंने कहा कि, "चाहे सूरज हो या समंदर की गहराई, हमारे लिए कोई भी उपलब्धि बड़ी नहीं है. हम विश्व की शीर्ष तीन आर्थिक शक्तियों में हो सकते हैं। हम विश्व की चुनौतियों का समाधान दे सकते हैं. देश के युवाओं में ये आत्मविश्वास है. बीते 10 वर्षों में हम 10वें नंबर से 5वें नंबर की आर्थिक ताकत बने हैं. बीते 10 वर्षों में पूरे देश के प्रयासों और प्रोत्साहन से करीब 25 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर निकले हैं. जिन लक्ष्यों की प्राप्ति की पहले कल्पना भी नहीं होती थी, भारत आज वो लक्ष्य हासिल कर रहा है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, "आज का भारत, विश्व-मित्र के रूप में पूरी दुनिया को जोड़ने में जुटा है. आज हम दुनिया की चुनौतियों के समाधान देने के लिए आगे बढ़कर काम कर रहे हैं. एक तरफ हम दुनिया को युद्ध से शांति की तरफ ले जाने का प्रयास कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अपने हितों की सुरक्षा के लिए भी पूरी तरह से तत्पर हैं. पिछले 10 वर्षों में हम 10वें नंबर से उठकर 5वें नंबर पर पहुंच कर एक आर्थिक शक्ति बन गए हैं. पिछले 10 वर्षों में पूरे देश के प्रयासों और प्रोत्साहन से लगभग 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी से बाहर निकाला गया है.