'हम और भी कुछ कर सकते थे...', ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजनाथ सिंह की पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CII समिट में ऑपरेशन सिंदूर को भारत की संयमित लेकिन निर्णायक सैन्य कार्रवाई बताया और कहा कि अब पाकिस्तान से सिर्फ आतंकवाद और PoK पर ही बात होगी.

नई दिल्ली में आयोजित CII समिट के उद्घाटन सत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में निर्णायक बदलाव कर चुका है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने एक ओर जहां आतंकी ठिकानों को तबाह किया. वहीं दूसरी ओर सैन्य अनुशासन और रणनीतिक संयम का भी उदाहरण प्रस्तुत किया.
राजनाथ सिंह ने ये स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की उकसावे वाली हरकतों के बावजूद भारत ने शक्ति के प्रदर्शन के साथ-साथ संयम का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि करने को हम कुछ और भी कर सकते थे, लेकिन हमने दुनिया को संयम और शक्ति के समन्वय का बेहतरीन उदाहरण दिखाया.
आतंकियों से लेकर एयरबेस तक कहर
रक्षा मंत्री ने बताया कि 7 मई को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के ठिकानों पर सटीक हमले किए. ये कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी. भारत की इस जवाबी कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए.
पाकिस्तान को मिला मुंहतोड़ जवाब
आतंकी ठिकानों पर हमले के बाद जब पाकिस्तान की ओर से सीमा पार गोलीबारी और ड्रोन के जरिए जवाबी हमले किए गए, तो भारत ने भी रणनीतिक और विनाशकारी पलटवार करते हुए पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर हमले किए. इसमें दुश्मन की सैन्य क्षमताओं को गंभीर क्षति पहुंची.
10 मई को युद्धविराम की घोषणा
तीन दिन की सैन्य कार्रवाई के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौते के तहत युद्धविराम की घोषणा की गई. राजनाथ सिंह ने इसे भारत की सामरिक सफलता बताया और कहा कि भारत ने अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करते हुए भी संघर्ष को बढ़ने नहीं दिया.
'अब सिर्फ PoK और आतंकवाद पर होगी बात'
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत अब पाकिस्तान से केवल दो ही मुद्दों पर बात करेगा- आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK). उन्होंने कहा कि हमने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को फिर से परिभाषित कर दिया है. अब पाकिस्तान से कोई और चर्चा नहीं होगी.
'PoK के लोग हमारे अपने हैं, वो जरूर लौटेंगे'
रक्षा मंत्री ने PoK को लेकर भारत की भावनात्मक प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि PoK के लोग हमारे अपने हैं, वो हमारे परिवार का हिस्सा हैं. हमें पूरा विश्वास है कि एक दिन वे खुद सम्मान और स्वेच्छा से भारत की मुख्यधारा में लौटेंगे. उन्होंने आगे कहा कि भारत हमेशा दिलों को जोड़ने में विश्वास रखता है… वो दिन दूर नहीं जब हमारे अपने लोग कहेंगे- मैं भारतीय हूं और मैं लौट आया हूं.


