सोना तस्करी मामला: डीआरआई के राडार पर आए कई बड़े पुलिस अधिकारी
बेंगलुरु में सोने तस्करी मामले में एक्ट्रेस रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद डीजीपी रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के आदेश दिए गए हैं. रान्या को 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. डीआरआई ने दुबई से 14.8 किलोग्राम सोना तस्करी करने के आरोप में उन्हें एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. वहीं, अब सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को डीजीपी राव की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है.

बेंगलुरु में सोने की तस्करी मामले में बड़ा मोड़ आया है. कर्नाटक सरकार ने डीजीपी रैंक के अधिकारी रामचंद्र राव के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं और इस जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को सौंपी गई है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने मीडिया को जानकारी दी कि सोमवार रात को गौरव गुप्ता की नियुक्ति का आदेश जारी किया गया.
रामचंद्र राव वर्तमान में कर्नाटक स्टेट पुलिस हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं. ये कार्रवाई तब हुई जब बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIAD) पर एक्ट्रेस रान्या राव से 12.56 करोड़ रुपये के सोने के बिस्किट बरामद किए गए. इसके बाद, अधिकारियों ने उनके आवास पर छापेमारी की, जहां 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा भी जब्त की गई.
न्यायिक हिरासत में एक्ट्रेस रान्या राव
10 मार्च को, बेंगलुरु की आर्थिक अपराध अदालत ने एक्ट्रेस रान्या राव को 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें विशेष आर्थिक अपराध अदालत के जज विश्वनाथ सी. गौदार के सामने पेश किया गया. डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की तीन दिन की हिरासत के बाद रान्या राव को अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के दौरान, रान्या ने आरोप लगाया कि डीआरआई अधिकारियों ने उनसे पूछताछ के दौरान मौखिक रूप से परेशान किया. इस पर डीआरआई अधिकारियों ने जवाब दिया कि पूछताछ के दौरान केवल आवश्यक और प्रासंगिक सवाल ही किए गए और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है.
कैसे हुई रान्या राव की गिरफ्तारी?
3 मार्च को, बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डीआरआई अधिकारियों ने रान्या राव को गिरफ्तार किया. उन पर दुबई से 14.8 किलोग्राम सोना तस्करी करने का आरोप है. डीआरआई को पहले ही रान्या की तस्करी में संलिप्तता की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद टीम को हवाई अड्डे पर तैनात किया गया और उनके उतरते ही हिरासत में ले लिया गया.
रान्या राव और डीजीपी रामचंद्र राव के बीच क्या संबंध?
रान्या राव, डीजीपी रैंक के अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं. इस मामले के चलते उनकी भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है. 4 मार्च को रान्या को आर्थिक अपराधों के विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां उन्हें 18 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. अब इस मामले में डीजीपी रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के आदेश सरकार ने जारी कर दिए हैं.


