बदलती लाइफस्टाइल में बढ़ता खतरा! 14 साल तक की लड़कियों को मिलेगी फ्री कैंसर वैक्सीन...फडणवीस सरकार का बड़ा फैसला
अब 0 से 14 साल तक की लड़कियों को फ्री में कैंसर वैक्सीन मिलेगी! सरकार ने ये कदम क्यों उठाया? क्या बदलती लाइफस्टाइल से बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले? सिर्फ यही नहीं, बर्ड फ्लू और चिकन खाने को लेकर भी बड़ा अलर्ट जारी किया गया है! क्या आपको भी सावधान रहने की जरूरत है? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें

Fadnavis Government Big Decision: आजकल कैंसर एक गंभीर बीमारी बनता जा रहा है, और इसकी वजह सिर्फ तंबाकू या शराब नहीं है, बल्कि हमारी बदलती लाइफस्टाइल, मिलावटी खाना और बढ़ता प्रदूषण भी बड़ी वजहें हैं. पहले ये बीमारी ज्यादातर उम्रदराज़ लोगों में देखी जाती थी, लेकिन अब बच्चों तक को अपनी चपेट में ले रही है. इसी खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने शनिवार को ऐलान किया कि महाराष्ट्र में 0-14 साल की लड़कियों को मुफ्त में कैंसर वैक्सीन दी जाएगी. यह फैसला राज्य में बढ़ते कैंसर के मामलों को देखते हुए लिया गया है. सरकार का कहना है कि सही समय पर वैक्सीन देने से इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सकता है.
अजित पवार ने दी मंजूरी
स्वास्थ्य मंत्री आबिटकर के मुताबिक, इस योजना को लागू करवाने के लिए उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार से अनुरोध किया था. सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि कैंसर के मामले सिर्फ धूम्रपान या नशे की लत से नहीं बढ़ रहे हैं, बल्कि खान-पान और बदलती जीवनशैली भी बड़ी वजह बन रही है. खासकर छोटे बच्चों में इस बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सरकार का यह फैसला बेहद अहम माना जा रहा है.
बर्ड फ्लू पर भी सरकार अलर्ट
इसी बीच महाराष्ट्र सरकार ने बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. विदर्भ इलाके में कौवों में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है. हालांकि, इंसानों में इसके संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एहतियात के तौर पर प्रभावित इलाकों में चिकन की दुकानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि संक्रमण न फैले. संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं.
चिकन खाने को लेकर सावधानी बरतने की सलाह
हाल ही में पुणे में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के कुछ मामले सामने आए थे, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोगों से अपील की थी कि वे अधपका चिकन खाने से बचें. हालांकि, चिकन और इस बीमारी के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है, फिर भी सरकार ने एहतियात बरतने की सलाह दी है.
जनता के लिए राहत भरा फैसला
महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला लाखों परिवारों के लिए राहत की खबर है. खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए, जिनके पास महंगी वैक्सीन लगवाने के साधन नहीं होते. अगर इस योजना को सही तरीके से लागू किया गया, तो यह कैंसर से बचाव में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है. सरकार की यह पहल आने वाले समय में कैंसर जैसी घातक बीमारी को रोकने में कितनी मददगार होगी, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन यह साफ है कि यह फैसला समाज के लिए एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत हो सकता है.


