सचिन पायलट के ममेरे भाई पर गाजियाबाद में रोडरेज हमला, क्या बदमाशों को मिलेगा कड़ा जवाब?
गाजियाबाद में कांग्रेस नेता सचिन पायलट के ममेरे भाई रोहन पर रोडरेज के दौरान बदमाशों ने फायरिंग कर दी, लेकिन वह बाल-बाल बच गए. घटनास्थल से पुलिस ने खाली कारतूस बरामद किए और अब आरोपियों की तलाश जारी है. वहीं, एक और मामले में लोनी बॉर्डर थाना पुलिस ने मोबाइल लूटने वाले आरोपी को पकड़ा, जो महिला से फोन छीनकर पैसे ट्रांसफर कर रहा था. पुलिस की सक्रियता से दोनों मामलों में कार्रवाई तेज हो गई है, लेकिन सवाल यह है कि क्या गाजियाबाद में बढ़ते अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा? क्या पुलिस इन अपराधियों को पकड़ पाएगी? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें.

Road Rage Attack: गाजियाबाद में दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं जो पुलिस और जनता दोनों के लिए चिंता का कारण बन चुकी हैं. एक तरफ रोडरेज की वारदात ने इलाके में सनसनी मचा दी है, तो दूसरी तरफ मोबाइल लूटने वाले आरोपी की गिरफ्तारी ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं. आइए जानते हैं इन घटनाओं के बारे में विस्तार से.
रोडरेज की वारदात में कांग्रेस नेता के ममेरे भाई पर हमला
गाजियाबाद के लोनी इलाके में रोडरेज के दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट के ममेरे भाई रोहन पर बदमाशों ने गोलीबारी कर दी. यह घटना तब हुई जब रोहन अपनी बाइक से जा रहे थे और एक कार सवार से उनकी कहासुनी हो गई थी. कार सवार बदमाशों ने ओवरटेक करके उनकी बाइक रोक दी और उसके बाद उन पर हमला किया. इस दौरान बदमाशों ने रोहन को धमकाया और फायरिंग कर दी, हालांकि रोहन किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भाग गए. पुलिस मौके पर पहुंची और कारतूस के खाली खोल बरामद किए. पुलिस की तफ्तीश के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम ओवरटेक को लेकर हुए विवाद के चलते हुआ था. घटनास्थल पर काफी तनाव का माहौल था, और फिलहाल आरोपियों की तलाश जारी है. इस घटना ने क्षेत्रीय राजनीति और पुलिस व्यवस्था दोनों को सवालों के घेरे में डाल दिया है.
लोनी में मोबाइल लूटने वाले आरोपी की गिरफ्तारी
गाजियाबाद में एक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसमें लोनी बॉर्डर थाना पुलिस ने एक मोबाइल लुटेरे को गिरफ्तार किया. आरोपी मन्नू नाम का व्यक्ति है, जिसने इंद्रापुरी मैन रोड पर एक महिला से मोबाइल लूटा था. महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मंगलवार को उसे पकड़ लिया. आरोपी ने बताया कि वह सड़क पर अकेली जा रही महिलाओं के मोबाइल छीनता था. इसके बाद उसने महिला के फोन से फोन-पे ऐप के जरिए 38 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए थे. पुलिस ने आरोपी से 3370 रुपये बरामद किए और उसे गिरफ्तार कर लिया. यह घटना मोबाइल लूट की एक और कड़ी थी, जिसमें पुलिस की सक्रियता से आरोपी पकड़ में आ गया.
पुलिस की कार्रवाई और समाज में बढ़ते अपराध
गाजियाबाद में लगातार हो रही इन वारदातों ने पुलिस की कार्यशैली और अपराध नियंत्रण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. रोडरेज के मामले में आरोपियों के फरार होने और मोबाइल लूटने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी से साफ है कि पुलिस अपराधियों पर काबू पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन क्या यह कार्रवाई पर्याप्त है? क्या गाजियाबाद में बढ़ते अपराधों पर पुलिस जल्द काबू पा सकेगी? इन सवालों का जवाब समय ही देगा, लेकिन फिलहाल क्षेत्रवासियों में डर और असुरक्षा का माहौल बन चुका है.
पुलिस को इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से ध्यान देने की जरूरत है ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा मजबूत हो सके और लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें.