'सिविल एयरक्राफ्ट को बना रहा ढाल', पाकिस्तान ने नहीं बंद किया अपना हवाई क्षेत्र, एक दर्जन से अधिक फ्लाइट्स एयरस्पेस में आईं नजर

पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों से अपने सभी एयरपोर्ट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान के एयरस्पेस में दर्जन भर से अधिक वाणिज्यिक उड़ानें देखी गईं. यह उड़ानें आपातकालीन या सरकारी उद्देश्यों के लिए हो सकती हैं. एयरपोर्ट बंद होने के बावजूद, नागरिकों और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर इसका असर पड़ा, जिससे यात्रियों को असमंजस का सामना करना पड़ा. यह कदम भारत-पाकिस्तान तनाव और सुरक्षा हालात के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पाकिस्तान में हाल ही में सरकारी आदेशों के तहत सभी एयरपोर्ट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया था, लेकिन इसके बावजूद, पाकिस्तान के एयरस्पेस में कई वाणिज्यिक उड़ानें देखी गईं. रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में दर्जन भर से भी अधिक उड़ानों का संचालन हुआ, जो इस अस्थायी हवाई यातायात प्रतिबंध के बावजूद जारी रहा.

एयरपोर्ट बंद होने का कारण

पाकिस्तान सरकार ने यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया था. देश में बढ़ते आतंकवादी खतरों और अन्य सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया था. इससे पहले, पाकिस्तान के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा जांच और कड़ी निगरानी रखी जा रही थी, लेकिन हालात को देखते हुए इन हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. एयरपोर्ट बंद होने का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी संभावित खतरे से बचाव करना था.

उड़ानों का संचालन कैसे हुआ?

हालांकि एयरपोर्ट बंद थे, लेकिन रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान के एयरस्पेस में विमानों की आवाजाही जारी रही. यह सवाल उठता है कि जब एयरपोर्ट बंद थे, तो उड़ानें कैसे संचालित हो रही थीं. सूत्रों का कहना है कि ये उड़ानें या तो आपातकालीन उद्देश्यों के लिए थीं या फिर पाकिस्तान के अन्य सैन्य और सरकारी विमानों के संचालन से जुड़ी थीं. इन विमानों में वाणिज्यिक उड़ानें भी शामिल थीं जो अन्य देशों के हवाई क्षेत्र से होकर पाकिस्तान पहुंचे या पाकिस्तान से अन्य देशों के लिए उड़ानें भरीं.

इसके अलावा, कुछ उड़ानें पाकिस्तान के एयरलाइन ऑपरेटरों की हो सकती हैं, जो सुरक्षा जांच प्रक्रिया से बचते हुए सीमित अवधि के लिए उड़ान भर रहे थे. हालांकि पाकिस्तान सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बयान जारी नहीं किया है, लेकिन हवाई यातायात के संचालन की जानकारी साझा करने में अधिकारियों ने किसी प्रकार की पारदर्शिता का अभाव दिखाया है.

एयरपोर्ट बंद होने के प्रभाव

पाकिस्तान के एयरपोर्ट बंद होने के बावजूद फ्लाइट्स का संचालन कई सवाल उठाता है. इससे न केवल सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल खड़े होते हैं, बल्कि नागरिकों की यात्रा भी प्रभावित हो रही है. यात्री जो पहले से ही एयरपोर्ट पर थे, उन्हें अचानक उड़ान रद्द होने और बिना जानकारी के असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ा.

इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित हुईं, क्योंकि कई देशों के विमान पाकिस्तान के एयरस्पेस में प्रवेश करने से पहले यह सुनिश्चित नहीं कर पा रहे थे कि वहां कोई सुरक्षा समस्या तो नहीं होगी. एयरलाइंस को अपनी योजनाओं को जल्दी से बदलने की आवश्यकता पड़ी, जिससे यात्री और एयरलाइन ऑपरेटर दोनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

सुरक्षा चिंताएं और भारत-पाकिस्तान तनाव

पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद करने का निर्णय भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को भी एक संकेत माना जा सकता है. दोनों देशों के बीच राजनीतिक और सैन्य हालात में उतार-चढ़ाव आने के कारण पाकिस्तान ने सुरक्षा उपायों को कड़ा किया है. भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की सरकार ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया.

भारत ने इस फैसले को गंभीरता से लिया है और पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के भीतर उड़ान भरने वाले विमानों पर कड़ी निगरानी बनाए रखी है. भारतीय सुरक्षा बलों की तरफ से यह भी संकेत दिए गए हैं कि वे पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में किसी भी प्रकार के खतरों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं.
 

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09 May 2025, 10:43 PM IST

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