भारत की जवाबी कार्रवाई से बौखलाए शी जिनपिंग, आतंक पर दोहरा रवैया फिर उजागर
पाकिस्तान और पीओके में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 9 आतंकी अड्डों पर भारत की एयर स्ट्राइक के बाद चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजिंग ने इस सैन्य कार्रवाई पर चिंता जाहिर करते हुए भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में गहराई तक घुसकर आतंकी ढांचों को तबाह कर दिया है. यह कार्रवाई उन संगठनों के खिलाफ की गई जो भारत में लगातार आतंकी हमलों को अंजाम देते रहे हैं. आधी रात को शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया. इस कार्रवाई में करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आ रही है. पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए किया गया यह हमला रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत की इस एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी आई. चीन ने भारत की सैन्य कार्रवाई पर चिंता जताई है और संयम बरतने की अपील की है. बीजिंग से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि वे वर्तमान स्थिति को लेकर गंभीर हैं और भारत-पाकिस्तान से क्षेत्रीय शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं.
"China finds India’s military operation early this morning regrettable. We are concerned about the ongoing situation. India and Pakistan are and will always be each other’s neighbours. They’re both China’s neighbours as well. China opposes all forms of terrorism. We urge both… pic.twitter.com/b8jLybfCPN
— ANI (@ANI) May 7, 2025
पाकिस्तान में हलचल तेज
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हलचल तेज हो गई है. पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि भारतीय मिसाइल हमलों में आठ नागरिक मारे गए हैं, 35 घायल हुए हैं और दो लोग लापता हैं. हालांकि भारत ने इस दावे को झूठा बताया है और स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया था. भारत ने लश्कर का मुरिदके स्थित मरकज-ए-तैयबा और जैश का बहावलपुर स्थित जश-ए-सुभानअल्लाह परिसर विशेष रूप से ध्वस्त किया.
रक्षा मंत्रालय के सूत्र
पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने भारतीय वायुसेना के तीन लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, लेकिन भारत की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई है. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने इन बयानों को पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा और घबराहट करार दिया है. भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ थी.