'अवैध अप्रवासी को निर्वासित करने का वादा': कनाडा के पीएम पद की दौड़ में शामिल भारतीय मूल की नेता रूबी
भारतीय मूल की तीन बार की पूर्व सांसद, रूबी ढल्ला ने कनाडा में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करने की आधिकारिक रूप से घोषणा की है. वह जस्टिन ट्रूडो के बाद देश की पहली अश्वेत प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में भी शामिल हो गई हैं.

भारतीय मूल की तीन बार की पूर्व सांसद, रूबी ढल्ला ने कनाडा में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करने की आधिकारिक रूप से घोषणा की है. वह जस्टिन ट्रूडो के बाद देश की पहली अश्वेत प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में भी शामिल हो गई हैं.
अवैध आप्रवासियों पर कड़ा रुख
50 वर्षीय ढल्ला ने अपने चुनावी वादों में अवैध आप्रवासियों पर कड़ा रुख अपनाने की बात की है. उनका कहना है कि कनाडा में पाँच लाख से अधिक अवैध अप्रवासी हैं, जो कि अस्वीकार्य है. ढल्ला स्वयं अप्रवासी माता-पिता की बेटी हैं, ने कहा कि वह कनाडा में अवैध रूप से रहने वालों पर कड़ा प्रहार करेंगी. अपने एक वीडियो में उन्होंने कहा, "मैं वादा करती हूं कि प्रधानमंत्री बनते ही मैं सभी अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करूंगी."
"ट्रूडो 2.0" का विरोध
ढल्ला ने स्पष्ट रूप से कहा कि कनाडा के लोग "ट्रूडो 2.0" नहीं चाहते हैं. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर कंजर्वेटिवों को हराना है तो असली बदलाव की आवश्यकता है. ढल्ला का मानना है कि कुछ लोग उन्हें बाहरी व्यक्ति के रूप में देख सकते हैं, जबकि अन्य उनका अभियान "ताज़ी हवा का झोंका" मानते हैं.
नेता के रूप में प्रतिबद्धता
रूबी ढल्ला ने खुद को एक अथक कार्यकर्ता, निडर वकील और गहरी लगन वाली व्यक्ति के रूप में पेश किया. उन्होंने कहा, "मैं आपके नेता के रूप में आपको निराश नहीं करूँगी."
सांसद के रूप में अनुभव
रूबी ढल्ला 2004 से 2011 तक कनाडा में पहली भारतीय मूल की महिला सांसद के रूप में कार्य कर चुकी हैं और कनाडा की हाउस ऑफ कॉमन्स में सेवा करने वाली पहली सिख महिला थीं.


