पाकिस्तानी सेना पर नहीं है पीएम शहबाज शरीफ का कंट्रोल, कुछ घंटों में ही तोड़ दिया सीजफायर का उल्लंघन
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम समझौते के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलाबारी और ड्रोन हमले शुरू कर दिए, जिससे बीएसएफ का एक जवान शहीद और सात घायल हो गए. कई सीमावर्ती इलाकों में संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ. उधमपुर, श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में ड्रोन देखे गए और धमाके हुए, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई.

भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को रोकने के लिए हुए समझौते को चंद घंटे भी नहीं बीते थे कि पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी अस्थिरता का प्रमाण दे दिया. नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी और भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने के प्रयास में ड्रोन भी भेजे. इस हमले में जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान शहीद हो गया जबकि सात अन्य घायल हो गए हैं.
राजनयिक समझौते की अनदेखी
इस हमले से ठीक पहले भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने शनिवार शाम 5 बजे से हर प्रकार की सैन्य गतिविधियों—जमीन, हवा और समुद्र—को रोकने पर सहमति जताई थी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस फैसले की जानकारी दी थी और इसे शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया था. लेकिन पाकिस्तान की सेना ने इस समझौते का उल्लंघन कर यह दिखा दिया कि उसका सैन्य नेतृत्व और राजनीतिक नेतृत्व एकमत नहीं हैं.
पाकिस्तानी नेतृत्व में मतभेद
एक तरफ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संघर्ष विराम समझौते को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता का परिणाम बताया, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना, जनरल मुनीर के नेतृत्व में, इस समझौते को मानने के बजाय उसे तोड़ने का रास्ता अपना रही है. पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी युद्धविराम की पुष्टि करते हुए कहा कि उनका देश हमेशा शांति और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहा है. लेकिन जमीनी हालात इससे बिल्कुल अलग हैं.
कई क्षेत्रों में सीजफायर का उल्लंघन
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है, जिनमें अखनूर, सुंदरबनी, नौशेरा, केजी सेक्टर, मेंढर, राजौरी, पूंछ, सांबा और आरएस पुरा शामिल हैं. इन इलाकों में भारी गोलाबारी और ड्रोन गतिविधियाँ देखी गईं, जिससे क्षेत्र में तनाव फिर से गहरा गया है.
ड्रोन हमलों से बढ़ा खतरा
ड्रोन देखे जाने की घटनाएं भी चिंता का विषय बन गई हैं. उधमपुर, नौशेरा, राजौरी, पूंछ, श्रीनगर, अनंतनाग और बडगाम जैसे इलाकों में ड्रोन देखे गए और कुछ को निष्क्रिय भी किया गया. उधमपुर में ड्रोन हमले की पुष्टि से स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है.
श्रीनगर में धमाके, नागरिकों में दहशत
श्रीनगर में 7 से 8 जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया. प्रशासन को आपातकालीन सुरक्षा उपाय लागू करने पड़े हैं. यह सब उस समय हो रहा है जब दोनों देशों ने तनाव कम करने के लिए सहमति जताई थी.