पुतिन का ऐलान: रूस ने शुरू किया नई पीढ़ी की परमाणु क्रूज मिसाइलों का विकास
रूस ने खतरनाक रणनीतिक हथियारों असीमित दूरी तक मार करने वाली परमाणु ऊर्जा चालित क्रूज मिसाइल ‘बुरेवेस्तनिक’ और परमाणु सुनामी पैदा करने में सक्षम पनडुब्बी ड्रोन ‘पोसाइडन’ का सफल परीक्षण किया.

रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. हाल ही में रूस ने अपने दो सबसे खतरनाक रणनीतिक हथियारों असीमित दूरी तक मार करने वाली परमाणु ऊर्जा चालित क्रूज मिसाइल ‘बुरेवेस्तनिक’ और परमाणु सुनामी पैदा करने में सक्षम पनडुब्बी ड्रोन ‘पोसाइडन’ का सफल परीक्षण किया था. अब पुतिन ने घोषणा की है कि रूस ने अगली पीढ़ी की परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइलों के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सम्मान समारोह में पुतिन ने क्या कहा?
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, क्रेमलिन में आयोजित हथियार डेवलपर्स के सम्मान समारोह में पुतिन ने कहा कि नई मिसाइलें ध्वनि की गति से तीन गुना तेज होंगी और भविष्य में उनमें हाइपरसोनिक क्षमता विकसित की जाएगी. उन्होंने बताया कि रूस की रक्षा योजनाएं चाहे नई हथियार प्रणालियों का निर्माण हो या सेना व नौसेना का आधुनिकीकरण पूरी गति से लागू की जा रही हैं. पुतिन ने यह भी बताया कि देश की अत्याधुनिक ‘अवंगार्ड’ सामरिक मिसाइल प्रणाली अब युद्ध ड्यूटी पर तैनात कर दी गई है.
राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि रूस ने नई ‘ओरेश्निक’ मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली तैयार कर ली है, जिसे सेवा में शामिल किया जा चुका है और इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन भी शुरू हो गया है. इसके अलावा, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों और पनडुब्बी से दागी जाने वाली मिसाइलों को भी आधुनिक आयुधों से लैस किया गया है. समारोह में पुतिन ने ‘बुरेवेस्तनिक’ मिसाइल और ‘पोसाइडन’ ड्रोन के डेवलपर्स को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया और कहा कि परमाणु हथियार न केवल रूस की सुरक्षा के लिए, बल्कि पूरी 21वीं सदी के लिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण हैं.
पुतिन का दावा
अपने संबोधन में पुतिन ने दावा किया कि ‘बुरेवेस्तनिक’ दुनिया की सभी मौजूदा मिसाइल प्रणालियों से अधिक उन्नत है. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 21 अक्टूबर को जब इस मिसाइल का परीक्षण किया जा रहा था, तब परीक्षण क्षेत्र के पास एक नाटो युद्धपोत मौजूद था, लेकिन रूस ने उसकी गतिविधियों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया.
‘बुरेवेस्तनिक’ के अलावा, रूस ने हाल ही में ‘पोसाइडन’ नामक परमाणु-संचालित पनडुब्बी ड्रोन का भी परीक्षण किया है. इसके साथ ही ‘खाबरोवस्क’ नाम की नई परमाणु पनडुब्बी को जल में उतारा गया है, जो विशेष रूप से इन उन्नत हथियारों को तैनात करने के लिए डिजाइन की गई है.
पुतिन के इन बयानों और रूस की हालिया मिसाइल गतिविधियों से एक बार फिर यह संदेश गया है कि मास्को अपनी सामरिक क्षमताओं को और भी मजबूत करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है.


