थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष चौथे दिन भी जारी... पलायन करने वालों की संख्या 1.68 लाख के पार, पीड़ितों ने सुनाई दर्दभरी दास्तां
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहा सीमा विवाद रविवार को चौथे दिन भी नहीं थमा. दोनों देशों की सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है. 1.68 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं.

Thailand-Cambodia Border Dispute: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद रविवार को चौथे दिन भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार हो रही गोलाबारी और झड़पों में अब तक 33 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 1.68 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़कर पलायन करना पड़ा है. शनिवार को सीमा से सटे तटीय क्षेत्रों में पहली बार झड़पें देखने को मिलीं, जिससे हालात और भी तनावपूर्ण हो गए.
संघर्ष से प्रभावित लोग अब अस्थायी शिविरों में शरण ले रहे हैं. थाईलैंड के कंथारोरोम शहर में एक मंदिर में शरण लिए 76 वर्षीय किसान सैमली सोरंचाई ने मीडिया को बताया, "ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी युद्ध क्षेत्र से भाग रहा हूं." पीड़ितों ने दोनो देशों से शांति की अपील की है.
गोलाबारी में बढ़ा मृतकों का आंकड़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते चार दिनों में थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर हुई गोलीबारी में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा, 1.5 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होने पर मजबूर होना पड़ा है.
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार से शुरू हुए संघर्ष में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 8 आम नागरिक और 5 सैनिक शामिल हैं. इसके अलावा, 71 लोग घायल हुए हैं. थाई प्रशासन ने कहा है कि उनके देश के 13 नागरिक और 7 सैनिक मारे गए हैं. यह आंकड़ा 2008 और 2011 के बीच हुई पिछली झड़पों से अधिक है, जिसमें 28 लोगों की जान गई थी.
पीड़ितों की व्यथा और शांति की अपील
संघर्ष प्रभावित लोग अब शांति की अपील कर रहे हैं. फुमी बाक थकाव स्थित एक मंदिर में शरण लिए 50 वर्षीय व्यक्ति ने मीडिया से कहा, "हम पड़ोसी हैं, हम दोस्त बनना चाहते हैं. लेकिन वे हम पर हमला कर रहे हैं. हम उनकी वजह से घर छोड़कर भाग रहे हैं."
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद कंबोडिया के यूएन प्रतिनिधि चिया केओ ने कहा कि उनका देश युद्धविराम चाहता है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "कंबोडिया ने बिना शर्त तत्काल युद्धविराम की मांग की है और हम विवाद का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं."
संघर्ष का केंद्र बने प्रसात प्रेह विहेअर और प्रसात ता मुएन थॉम नामक खमेर युग के दो हिंदू मंदिरों के पास फिर से झड़पें देखी गई हैं. दोनों स्थल एक-दूसरे से लगभग 95 मील की दूरी पर स्थित हैं.


