अगर आपको हार्ट अटैक आने का डर सताता है, जानिए इसके लक्षण और उपाय
कभी- कभी हार्ट अटैक आने का डर सामान्य होता है , लेकिन अगर आपको यह डर हर पल सताता है तो आपको कार्डियोफोबिया हो सकता है। कार्डियो का
अगर आपको हार्ट अटैक आने का डर सताता है, जानिए इसके लक्षण और उपाय
कभी- कभी हार्ट अटैक आने का डर सामान्य होता है , लेकिन अगर आपको यह डर हर पल सताता है तो आपको कार्डियोफोबिया हो सकता है। कार्डियो का मतलब है दिल संबंधित और फोबिया का मतलब है डर लगाने की अनुभिती होने लगती है। फोबिया एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर है। यह आपके दैनिक जीवन में रूकावट पैदा कर सकता है।
जानिए क्या है इसके लक्षण व इलाज
कार्डियोफोबिया में इंसान को दिल का दौरा पड़ने का डर लगा रहता है। इसके चलते उसका मन किसी को करने में नही लगता है। इस फोबिया से पीड़ित व्यक्ति के दिल की धड़कन अनियमित होने पर वह और ज्यादा डर जाता है। सीने में या बाहों में दर्द होने पर कार्डियोफोबिया के मरीज को लगता है कि उसे दिल की बीमारी हो गई है। कार्डियोफोबिया के लक्षण एंग्जाइटी, दिल की धड़कन तेज होना, सिर चकराना, हाई ब्लड प्रेशर, बेहोशी, अचानक पसीना आना, कंपकंपी छूटना,सीने में दर्द
यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षणों का अनुभव होता है तो सबसे पहले अपने दिल की जांच करवाएं क्योंकि इनमें से कई लक्षण असली हार्ट अटैक के भी हो सकते हैं। सारे टेस्ट्स करवाने के बावजूद भी अगर आपको दिल की बीमारी का डर सता रहा है तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं। कार्डियोफोबिया के इलाज के लिए आपको अच्छे साइकोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। वहां आपकी थेरेपी या काउंसिलिंग की जाएगी। इसके साथ ही दिल की सेहत का पता लगाने के लिए साल में दो बार हार्ट चेकअप करवा सकते हैं। फोबिया के मरीजों को घर पर ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने की सलाह दी जाती है। इससे आपका मन शांत होगा और एंग्जाइटी कम होगी।