WPL में चमकीं विदेशी खिलाड़ी, भारतीय क्रिकेट में बदलाव के वादे के साथ खत्म हुआ महिला प्रीमियर लीग, युवाओं को मिली प्रेरणा

WPL 2023 (महिला प्रीमियर लीग) ने लुभावना और अतिलोकप्रिय पदार्पण किया, साथ ही भारत की उभरती हुई महिला खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य के वादे के साथ खत्म हुआ। मगर पहले संस्करण के बाद सुधार की काफी गुंजाइश दिख रही है।

Dheeraj Dwivedi
Dheeraj Dwivedi

WPL 2023 (महिला प्रीमियर लीग) ने लुभावना और अतिलोकप्रिय पदार्पण किया, साथ ही भारत की उभरती हुई महिला खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य के वादे के साथ खत्म हुआ। मगर पहले संस्करण के बाद सुधार की काफी गुंजाइश दिख रही है। महिला प्रीमियर लीग मुंबई के दो स्टेडियम में खेला गया, जिसमें विश्व की कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों ने बेहद खास प्रदर्शन किया। वहीं बाएं हाथ की स्पिनर साइका इशाक को अगर छोड़ दें तो इतनी स्थानीय प्रतिभाएं उतनी ज्यादा सामने नहीं आई, जितनी उम्मीद जताई जा रही थी।

पांच टीमों की प्रतियोगिता महिला प्रीमियर लीग रविवार 26 मार्च को खत्म हुई। इस प्रतियोगिता में मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपनी टीम को खिताब दिलाकर, इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज किया। फाइनल में हरमनप्रीत का सामना आस्ट्रेलिया की महान क्रिकेटर मेग लैनिंग के नेतृत्व वाली दिल्ली कैपिटल्स की टीम से हुआ।

बता दें कि मुंबई इंडियंस की खिलाड़ी साइका इशाक ने कुल 15 विकेट चटकाए, इशाक के अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम की खिलाड़ी श्रेयंका पाटिल और कनिका आहूजा ने इस बड़े मंच पर अपनी छाप छोड़ी, मगर भारतीय घरेलू खिलाड़ियों और विश्व की सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों के बीच अंतर साफतौर पर दिखाई दिया। हरमनप्रीत कौर ने यह स्वीकार किया कि भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादा भूमिकाएं अदा करने और खेलने के अवसर नहीं मिले।

हालांकि भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने यह उम्मीद जताई है कि युवा और अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी अपने अनुभव से और ज्यादा समझदार होंगी और साथ ही वे सभी समझ गई होंगी कि उन्हें विदेशी खिलाड़ियों और खुद के बीच के अंतर को कम करने के लिए क्या करने की आवश्यकता है। दिल्ली कैपिटल्स के प्रमुख कोच जोनाथन बैटी ने भारतीय युवा खिलाड़ियों को दूसरे संस्करण के लिए अपने खेल और फिटनेस पर काम करने का संदेश दिया।

वहीं स्मृति मंधाना के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को लगातार पांच मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। स्मृति मंधाना ने यह स्वीकार किया कि उन्हें बड़े कद की और उनसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ियों से सजी टीम का नेतृत्व करने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा।

स्मृति खुद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए अपने बल्ले से योगदान नहीं कर पाईं जिसमें सोफी डिवाइन, एलिस पैरी, हीथर नाइट, मेगान शट और रेणुका सिंह जैसी खिलाड़ी शामिल हैं। एलिसा हीली और सोफी एक्लेस्टन जैसी खिलाड़ियों ने यह इच्छा जाहिर की है कि अगले संस्करण से 'होम एंड अवे' मैचों का आयोजन किया जाए, इन मुकाबलों से घरेलू प्रशंसकों का फायदा मिले।

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28 March 2023, 02:05 PM IST

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