आग उगल रहा यशस्वी का बल्ला, क्या साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम में मिलेगी जगह
यशस्वी जायसवाल ने शतकीय पारी के दम पर रणजी ट्रॉफी में एक हजार रन पूरे कर लिए है. एक हजार रन बनाने के लिए इस बल्लेबाज ने 10 मैच खेले हैं और इस दौरान उनका औसत 57 का रहा है.

नई दिल्ली: जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में मुंबई और राजस्थान के बीच रणजी ट्रॉफी का एक मुकाबला खेला गया, जिसकी दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल के बल्ले से शतक निकला. इस शतकीय पारी के साथ यशस्वी जायसवाल ने एक खास मुकाम हासिल कर लिया है. हालांकि, इस शतक के बावजूद यशस्वी जायसवाल अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकें और मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ.
रणजी में एक हजार रन पूरे
यशस्वी जायसवाल ने शतकीय पारी के दम पर रणजी ट्रॉफी में एक हजार रन पूरे कर लिए है. एक हजार रन बनाने के लिए इस बल्लेबाज ने 10 मैच खेले हैं और इन दौरान 57 की औसत से रन बनाए. भारत के स्टार बल्लेबाज ने पहली पारी में 67 रनों का योगदान दिया था, जबकि दूसरी पारी में शतकीय पारी खेली. इस पारी के दौरान यशस्वी जायसवाल ने 174 गेंदों का सामना करते हुए 18 चौक व एक छक्का भी लगाया.
ड्रॉ पर खत्म हुआ मुकाबला
राजस्थान और मुंबई के बीच खेला गया यह मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ है. मुंबई ने पहली पारी में 254 रन बनाए थे, जिसके जवाब में राजस्थान ने विशाल स्कोर खड़ा किया था. राजस्थान ने 6 विकेट खोकर 617 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर बनाया था. वहीं, मैच के 5वें और आखिरी दिन मुंबई ने 3 विकेट के नुकसान पर 269 रन बनाए थे.
बल्ले से दिखाया दम
यशस्वी जायसवाल ने मैच की दोनों पारियों में अपने बल्ले का दम दिखाया और टीम मैनेजमेंट का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. इसी महीने भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. अब देखना होगा कि इस शतकीय पारी का इनाम जायसवाल को अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज के लिए मिलता है या नहीं.
प्लेइंग-11 में नहीं मिली जगह
आपको बता दें कि हाल ही में वनडे सीरीज खेलने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम में यशस्वी जायसवाल को शामिल किया गया था. हालांकि, उन्हें बैकअप ओपनर के तौर पर टीम से जोड़ा गया था. इस दौरे पर भारतीय टीम ने 3 वनडे मैच खेले थे और किसी भी मैच में यशस्वी जायसवाल को प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया था.


