हिमांशी ट्रोलिंग पर भड़के अखिलेश यादव, बोले- भाजपा की सोच नारी विरोधी है

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को ट्रोल किए जाने पर भाजपा और महिला आयोग पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भाजपा की पुरुषवादी सोच महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. हिमांशी के समर्थन में उन्होंने नारी गरिमा के लिए खुलकर सामने आने की अपील की.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिक विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. अखिलेश यादव ने हिमांशी के समर्थन में एक विस्तृत पत्र जारी कर बीजेपी और महिला आयोग पर भी निशाना साधा है.

अपने पत्र में अखिलेश यादव ने ट्रोलिंग को कायराना हरकत बताते हुए कहा कि भाजपा और उसके समर्थक आज भी महिला विरोधी और सामंती सोच के प्रतीक हैं, जो नारी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं.

भाजपा की सोच पर सीधा हमला

अखिलेश यादव ने लिखा, "देश की हर स्त्री के नाम भाजपा का मुखौटा नारियां ही उतारेंगी. आज़ादी से पहले ही भाजपा के पूर्व रूप का ‘चाल, चरित्र और चेहरा’ ऐसा न था कि वो सामने आकर मुँह दिखा सके क्योंकि वो ऐसे काम, वारदात और साज़िश-षड्यंत्र करते थे जो देशभक्ति, नैतिकता और सामाजिकता के पैमाने पर नकारात्मक और अपराधात्मक माने जाते थे."

भूमिगत राजनीति का आरोप

उन्होंने भाजपा की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर निशाना साधते हुए कहा, "इनकी गतिविधियाँ हमेशा भूमिगत रहकर मुखबिरी के रूप में ही दबे-छिपे चलती रहीं. इसीलिए भाजपा ने कई बार रूप बदला, जिससे ये पहचाने न जा सकें. यही परंपरा आज भी जारी है."

नारी विरोधी मानसिकता का आरोप

अखिलेश ने आगे लिखा, "भाजपाइयों ने कभी नहीं चाहा कि कोई और वर्ग या तबका राजनीतिक और आर्थिक रूप से शक्तिशाली हो. पुरुषवादी सामंती सोच आज भी नारी को मान, सम्मान या अभिव्यक्ति की आज़ादी नहीं देना चाहती है. भाजपाइयों की यही पुरुषवादी घिसीपिटी पुरानी सोच ‘आधी आबादी’ अर्थात महिलाओं का मान नहीं करती है."

हिमांशी के समर्थन में खड़े हुए अखिलेश

पहलगाम हमले के बाद हिमांशी द्वारा शांति की अपील पर हुए ट्रोलिंग को शर्मनाक बताते हुए अखिलेश ने लिखा, "शहीद सैनिक की पत्नी द्वारा देशहित में ‘शांति और सौहार्द’ की अपील करने पर जिस तरह का दुर्व्यवहार और अपशब्द कहे जा रहे हैं उससे हर महिला और सच्चा देशप्रेमी बहुत दुखी, आहत और शर्मिंदा है."

महिला पत्रकारों और कलाकारों को भी बताया निशाने पर

अखिलेश ने कहा, "अगर कोई साहसी महिला भाईचारा बनाये रखने की कोशिश कर रही है या कोई गीत के माध्यम से भाजपाइयों का भंडाफोड़ कर रही है, तो उसे धमकाया जा रहा है. यह कुकृत्य माफ़ी के योग्य नहीं है."

महिला आयोग पर उठाए सवाल

उन्होंने महिला आयोग की निष्क्रियता पर सवाल खड़े करते हुए लिखा, "महिला आयोग शाब्दिक औपचारिकता न निभाए और अगर कहीं है तो अपनी शक्ति दिखाए, कहीं है? कोई है?"

नारी गरिमा के लिए खड़ा होना वक्त की मांग

पत्र के अंत में अखिलेश ने लिखा, "जो नारी के मान, गरिमा व प्रतिष्ठा का सम्मान नहीं करता है वो और उसका व्यवहार न तो ‘भारतीय’ हो सकता है, न ही ‘मानवीय’. भाजपा को अपने नाम में ‘भारतीय’ लगाने का नैतिक अधिकार भी नहीं है."

calender
06 May 2025, 11:27 AM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag