भारत पर आरोप, बांग्लादेश से सहानुभूति... क्या है पाकिस्तान का नया कूटनीतिक दांव
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से 5 मई 2025 को फोन पर बात की. पहलगाम आतंकी हमले के बाद डार का 27 अप्रैल को प्रस्तावित बांग्लादेश दौरा रद्द कर दिया गया था.

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ा तनाव अब क्षेत्रीय राजनीति में भी असर दिखाने लगा है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जहां भारत ने कड़ा रुख अपनाया है, वहीं पाकिस्तान अब अपने पुराने संबंधों को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन को फोन कर मौजूदा हालात पर बातचीत की है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का 27 अप्रैल 2025 को बांग्लादेश दौरा प्रस्तावित था, लेकिन 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्ख़ी के कारण यह यात्रा रद्द कर दी गई. इसके बावजूद पाकिस्तान डिप्लोमैटिक स्तर पर बांग्लादेश से संपर्क बनाए हुए है.
फोन पर हुई बातचीत में क्या कहा गया?
ढाका स्थित पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, सोमवार 5 मई को इशाक डार और तौहीद हुसैन के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई. इस दौरान हुसैन ने क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव को लेकर चिंता जताई और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की. उन्होंने साफ कहा कि इस समय तनाव कम करना ही सबसे जरूरी है.
पाकिस्तान ने भारत पर लगाए आरोप
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने तौहीद हुसैन को भारत के "निराधार आरोपों" और "एकतरफा निर्णयों" के कारण क्षेत्रीय तनाव में हुई वृद्धि के बारे में बताया. इसमें भारत द्वारा सिंधु जल संधि के प्रावधानों को निलंबित करने का निर्णय भी शामिल है. बयान में कहा गया कि, “विदेश मामलों के सलाहकार ने वर्तमान स्थिति के बारे में चिंता जताई और सभी पक्षों से संयम बरतने के महत्व पर बल दिया.”
क्यों रद्द हुआ इशाक डार का बांग्लादेश दौरा?
इशाक डार का बांग्लादेश दौरा पहले से तय था. अप्रैल में पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना बलूच ढाका गई थीं, जहां इशाक डार के 27 अप्रैल को ढाका पहुंचने की घोषणा की गई थी. लेकिन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बड़े आतंकी हमले ने स्थिति को पूरी तरह बदल दिया. इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए. इसके चलते डार का दौरा दो दिन बाद ही रद्द कर दिया गया.
पाकिस्तान की रणनीति क्या है?
जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान एक ओर जहां भारत के दबाव से बचने की कोशिश कर रहा है, वहीं वह बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों से रिश्ते बेहतर करके क्षेत्रीय समर्थन जुटाना चाहता है. हालांकि बांग्लादेश ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई खुला पक्ष नहीं लिया है, लेकिन फोन पर बातचीत और पाकिस्तान के प्रयास इस ओर इशारा करते हैं कि वह कूटनीतिक समीकरण बदलने में लगा है.


