पंजाब पुलिस की शर्मनाक करतूत: नशे में एएसआई ने युवक को गोली मारी, शव नहर में फेंका
परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने गुरजिंदर की गुमशुदगी की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की. इसके बाद मोरिंडा पुलिस ने लुधियाना पुलिस से संपर्क किया और गुरजिंदर की फोटो दिखाई. मोरिंडा पुलिस ने अज्ञात शव मिलने की घटना में गुरजिंदर के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था.

लुधियाना में एक एएसआई ने नशे की हालत में अपने दो साथियों के साथ मिलकर एक व्यक्ति की गलती में गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान गुरजिंदर सिंह उर्फ़ गोरा के रूप में हुई है. घटना के बाद आरोपी एएसआई और उसके साथियों ने घबराकर मृतक के शव को अपनी कार में डालकर नहर में फेंक दिया.
मजाक के दौरान चलाई गोली
परिवार को जब घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया. पुलिस ने आरोपी एएसआई से कड़ी पूछताछ की, जिसमें उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली. घटना की जांच के दौरान पता चला कि 16 अप्रैल को गुरजिंदर सिंह, एएसआई बुआ सिंह, सुखविंदर सिंह (गगन) और अविंदरपाल सिंह (बंटी) साथ में शराब पी रहे थे. नशे की हालत में मजाक के दौरान बंटी ने एएसआई बुआ सिंह की निजी रिवाल्वर से गोली चला दी, जो गुरजिंदर को लगी और उसकी मृत्यु हो गई.
डर के कारण आरोपियों ने मृतक के शव को कार में डालकर मोरिंडा नहर के पास फेंक दिया. परिवार की शिकायत पर पुलिस ने गुरजिंदर की गुमशुदगी की फोटो सोशल मीडिया पर साझा की, जिससे मोरिंडा पुलिस ने लुधियाना पुलिस से संपर्क किया. हालांकि, मोरिंडा पुलिस ने पहले ही नहर के पास मिला अज्ञात शव अंतिम संस्कार कर दिया था.
गुरजिंदर की मां ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा एएसआई बुआ सिंह, बंटी और गगन के साथ कार में गया था और तब से लापता है. इस पर पुलिस ने बुआ सिंह से कड़ी पूछताछ की और सच सामने आया.
कार की फोरेंसिक जांच
एडीसीपी मनदीप सिंह के अनुसार, पुलिस को गोपनीय सूचना मिली जिसके आधार पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि हत्या के बाद आरोपियों ने पुलिस को सूचना देने की बजाय शव नष्ट करने की कोशिश की. पुलिस ने मृतक को ले जाने वाली कार की भी फोरेंसिक जांच की है, जिससे सबूत जुटाए जा रहे हैं.


