स्कूलों को उड़ाने की धमकी के पीछे कौन? अहमदाबाद में खालिस्तानी साजिश की आशंका
गुजरात के अहमदाबाद शहर में कई प्रतिष्ठित स्कूलों को बम धमाके की चेतावनी मिली. पुलिस सूत्रों के अनुसार, धमकी भरे इन ईमेल के पीछे खालिस्तान समर्थक तत्वों की भूमिका की आशंका जताई जा रही है.

बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद शहर में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कई प्रतिष्ठित स्कूलों को बम धमाके की चेतावनी वाला ईमेल प्राप्त हुआ. अचानक सामने आई इस धमकी से स्कूल प्रशासन, अभिभावकों और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पुलिस बल के साथ बम निरोधक दस्ता तुरंत मौके पर पहुंचा और एहतियातन संबंधित स्कूल परिसरों को खाली कराया गया.
खालिस्तान समर्थक तत्वों की भूमिका की आशंका
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धमकी भरे इन ईमेल के पीछे खालिस्तान समर्थक तत्वों की भूमिका की आशंका जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि धमकी देने वालों के संभावित निशाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संसदीय क्षेत्र अहमदाबाद और साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भी शामिल हो सकते हैं. ईमेल के कंटेंट में “बदला लेने” जैसी भाषा का इस्तेमाल किया गया, जिससे इसकी गंभीरता और बढ़ गई.
अहमदाबाद पुलिस की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि बुधवार को शहर के कई स्कूलों को एक जैसा ईमेल मिला, जिसमें धमकी भरे शब्द लिखे गए थे. हालात की नाजुकता को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने बिना देर किए पुलिस को सूचना दी. संयुक्त पुलिस आयुक्त शरद सिंघल ने कहा कि सभी प्रभावित स्कूलों में पुलिस टीमें तैनात कर दी गई हैं और हर पहलू से जांच की जा रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते टाला जा सके.
जिन शिक्षण संस्थानों को यह ईमेल प्राप्त हुआ, उनमें महाराजा अग्रसेन स्कूल, जायडस स्कूल फॉर एक्सीलेंस, जेबर स्कूल समेत अन्य स्कूल शामिल हैं. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि यह साजिश समाज में डर का माहौल पैदा करने के इरादे से रची गई हो सकती है, हालांकि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगा.
स्कूल के नोटिस में क्या बताया गया?
एक अभिभावक द्वारा साझा किए गए स्कूल के नोटिस में बताया गया कि कुछ अपरिहार्य कारणों से स्कूल को तुरंत खाली कराया जा रहा है और अभिभावक जल्द से जल्द अपने बच्चों को ले जाएं. एक पिता ने कहा कि सूचना मिलते ही वे दस मिनट के भीतर स्कूल पहुंच गए. उन्होंने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा कि इंतजाम पूरी तरह संतोषजनक हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जिन अभिभावकों ने व्हाट्सएप संदेश नहीं देखा, उन्हें स्कूल स्टाफ ने व्यक्तिगत रूप से फोन कर सूचित किया.
गौरतलब है कि अहमदाबाद से पहले भी देश के अन्य हिस्सों में इस तरह की धमकियां सामने आ चुकी हैं. 12 दिसंबर को अमृतसर के कई स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जो जांच के बाद फर्जी निकली. वहीं, 10 दिसंबर को दिल्ली के दो स्कूलों को मिली धमकी में खालिस्तान आंदोलन का सीधा उल्लेख किया गया था, जिससे सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क हैं.


