विश्व का सबसे बड़ा इनोवेशन कैंपस तेलंगाना में बन रहा
तेलंगाना की केसीआर सरकार ने राज्य की जनता को बड़ी सौगात दी है। राज्य में विश्व का सबसे बड़ा इनोवेशन कैंपस बनाया जा रहा है।
तेलंगाना की केसीआर सरकार ने राज्य की जनता को बड़ी सौगात दी है। राज्य में विश्व का सबसे बड़ा इनोवेशन कैंपस बनाया जा रहा है। 2 मार्च को औपचारिक उद्घाटन गुरुवार को किया गया। आपको बता दें कि विकास की राह पर अग्रसर तेलंगाना 18 एकड़ में 24.3 लाख वर्ग फुट में फैले दुनिया के सबसे बड़े इनोवेशन कैंपस का निर्माण कर रहा है।
इस इनोवेशन कैंपस में टी-हब, टी-वर्क्स और आगामी इमेज टॉवर की तिकड़ी शामिल है। जबकि टी-हब का उद्घाटन पिछले साल जून में हुआ था, टी-वर्क्स, जिसका कुछ महीने पहले सॉफ्ट लॉन्च हुआ था। अंतिम कॉग, इमेज टॉवर, इस साल पूरा होने की उम्मीद है।
के टी रामाराव का बयान
इस मौके पर आईटी और उद्योग मंत्री के टी रामाराव ने कहा कि “हम उम्मीद कर रहे हैं कि इमेज टॉवर इस साल तैयार हो जाएगा”। “यह पहले ही तैयार हो गया होता अगर यह कोरोना महामारी बीच में नहीं आती”। उन्होंने आगे कहा कि “टी-हब, जो नवंबर में सात साल का हो गया, दुनिया का सबसे बड़ा इनोवेशन कैंपस है”।
इसकी योजना उन सभी आईटी पार्कों में क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने की है जिन्हें राज्य सरकार टीयर 2 और टीयर 3 स्थानों में स्थापित कर रही है। इसका फोकस 6Ms- मेंटर्स, मार्केट, मोटिवेशन, मैनपावर, मनी, मेथडोलॉजी- और 2Ps, पार्टनरशिप और पॉलिसी एडवाइजरी पर है।
टी-हब से फायदा
टी-आकार का टी-हब संरचना जून में लॉन्च की गई थी। ये 5.8 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है। टी-हब में 2,000 से अधिक स्टार्टअप हो सकते हैं। इसकी 10 मंजिलें हैं और इसमें स्टार्टअप्स, कॉरपोरेट्स, निवेशक, शिक्षाविद और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पारिस्थितिकी तंत्र के समर्थक होंगे। राज्य ने नई सुविधा पर 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।
टी-हब यानी टेक्नोलॉजी हब की परिकल्पना स्टार्टअप इकोसिस्टम में मिसिंग लिंक को लाने के लिए की गई थी। टी-हब ने हैदराबाद को भारत के स्टार्टअप मैप पर मजबूती से रखने के लिए उस समीकरण को जल्दी से बदल दिया।
टी-हब ने 1,800 से अधिक स्टार्टअप और 600 से अधिक कॉर्पोरेट्स को सपोर्ट किया है। इसने स्टार्टअप्स को करीब 2 अरब डॉलर यानी तकरीबन 16,400 करोड़ रुपये जुटाने में मदद की।