हनुमान चालिसा में लिखी गई है गलत पंक्तियां, जगदगुरु रामभद्राचार्य ने बाताई गलतियां

हाल ही में जगदगुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान चालिसा में लिखी गई पंक्तियों के कुछ लाइन को गलत बताया है। संत रामभद्राचार्य ने हनुमान चालिसा के गलत पंक्तियों को समझाते हुए सही मायने भी बताया है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

Deeksha Parmar
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हाइलाइट

  • जगदगुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान चालिसा में लिखी गई पंक्तियाों में गलतियां बताई है।

दुखों और कष्टों को दूर करने वाले बजरंगबली की पूजा सभी लोग करते है साथ ही हनुमान चालिसा के पाठ भी करते है। बजरंग बली को भगवान राम का प्रिय भक्त कहा जाता है। जब भी कोई परेशानी या कोई भय सताता है तो अक्सर लोग हनुमान चालिसा का पाठ पढ़ते है। ऐसा भी माना जाता है कि अगर भूत प्रेत से भय लगे तो हनुमान चालिसा के पाठ करने से व्यक्ति को हिम्मत मिलती है। लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें संत जगदगुरु रामभद्राचार्य द्वारा हनुमान चालिसा के कुछ पंक्तियों को गलत बताया जा रहा है। आपको जानकर हैरानी हो रही होगी लेकिन यह बात सत्य है। क्योंकि इसका सही मायना भी संत गुरु ने बताया है।

हाल ही में इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा जिसमें जगदगुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान चालिसा के लिखे गए कुछ पंक्तियों को गलत बताया है। दरअसल,संत जगदगुरु रामभद्राचार्य से प्रश्न पिछा गया कि हनुमान चालिसा में कुछ गलत पंक्तियां अंकित की गई है इसके बारें आप अपने भक्तों को क्या कहना चाहेंगे, इस प्रश्न का जबाव देते हुए संत रामभद्राचार्य ने कहा कि हनुमान चालिसा में लिखे गए पंक्ती 'शंकर सुवन केसरी नंदन' बोतले है जो कि सरासर गलत है बजरंग बली भगवान शंकर के बेटे नहीं है, बल्कि शंकर जी का ही दूसरा रुप हनुमान जी हैं। और हनुमान चालिसा में अंकित पंक्ती 'शंकर सुवन केसरी नंदन' का मुल पाठ 'शंकर स्वयं केसरी नंदन' है। वही हनुमान चालिसा के 27वें और 32वें चौपाई में भी संत गुरु ने गलती बताई है। हनुमान चालिसा के 27वें चोपाई में 'सब पर राम तप्सवी राजा' का सही लाइन, 'सब पर राम राज सिर ताजा' बताया वही 32 चोपाई में अंकित 'राम रसायन तुम्हरे पासा', 'सदा रहो रघुपती के दासा' को गलत बताते हुए इस पंक्ती का सही लाइन 'राम रसायन तुम्हरे पासा,सादर हो रघुपति के दासा' बताया है। इस पंक्ती के अलावा हनुमान चालिसा के एक और पंक्ती का सही अर्थ बताया है 'जो सत बार पाठ कर कोई' न होकर 'यह पाठ सत बार कर जोई, छुट ही बंद महा सुख होई' बताया है।

बता दें कि इस वीडियों को देखने के बाद लोगों ने अपनी ढ़ेर सारी प्रतिक्रियाएं गी है। वायरल हो रहे संत जगदगुरु रामभद्राचार्य की वीडियो को सोशल मीडिया पर अब तक 70 हजार लोगों ने पसंद किया है।

इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स खूब रिएक्शन दें रहे है। एक यूजर ने वीडियो पर कमेंट करके लिखा है कि गुरु जी के अनुसार अब तुलसी दास द्वार लिखी हनुमान चालिसा गलत हो गई, इस कमेंट के जबाव में एक दुसरे यूजर ने लिखा है कि गुरु जी तुलसी दास को गलत नहीं बता रहे हैं बस वह इतना कह रहे है कि हनुमान चालिसा में लिखी गई पंक्तियां गलत है, हनुमान चालिसा को तुलसी दास ने लिखा है इसका कोई भी साक्ष्य नहीं है।

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13 April 2023, 03:52 PM IST

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