Wipro का चौथी तिमाही में शानदार प्रदर्शन, शुद्ध मुनाफे में 26% की बढ़ोतरी
विप्रो के आईटी सर्विसेस सेगमेंट से कंपनी को 2,596.5 मिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त हुआ. पिछली तिमाही की तुलना में 1.2% और पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.3% की कमी देखी गई है.

आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे घोषित कर दिए हैं, जिनमें कंपनी ने शुद्ध लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है. मार्च 2024 में समाप्त हुई इस तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 3,569.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,834.6 करोड़ रुपये था.
हालांकि, राजस्व के मोर्चे पर ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिला. इस तिमाही में विप्रो का समेकित परिचालन राजस्व 22,504.2 करोड़ रुपये रहा, जो लगभग स्थिर रहा. विप्रो ने यह भी स्पष्ट किया कि 17 जनवरी 2025 को घोषित 6 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश ही वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतिम डिविडेंड होगा.
सीईओ का फोकस ग्रोथ पर
विप्रो के सीईओ और एमडी श्रीनि पलिया ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में दो महत्वपूर्ण डील्स की हैं, जो बड़े सौदों की बुकिंग में सकारात्मक संकेत देती हैं. उन्होंने कहा कि ग्राहक संतुष्टि के स्कोर में मजबूती आई है और विप्रो अपनी वैश्विक क्षमताओं, विशेष रूप से एआई और कंसल्टिंग सेवाओं में निवेश जारी रखेगी. पलिया के मुताबिक, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच कंपनी लाभदायक और स्थायी विकास पर केंद्रित है.
आईटी सर्विस रेवेन्यू में थोड़ी गिरावट
आईटी सर्विस सेगमेंट से राजस्व 2,596.5 मिलियन डॉलर रहा, जिसमें तिमाही आधार पर 1.2% और सालाना आधार पर 2.3% की गिरावट देखी गई. हालांकि, प्रति शेयर कमाई में सुधार देखने को मिला.