अतीक के बेटे का एनकाउंटर, यूपी में कानून-व्यवस्था का राज़

उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से सैकड़ों एनकाउंटर हो चुके हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस बारे में आम लोगों के सामने दावा भी करते रहे हैं।

Saurabh Dwivedi
Saurabh Dwivedi

हाइलाइट

  • अतीक के बेटे का एनकाउंटर, यूपी में कानून-व्यवस्था का राज़

आशुतोष मिश्र

उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से सैकड़ों एनकाउंटर हो चुके हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस बारे में आम लोगों के सामने दावा भी करते रहे हैं। एनकाउंटर में अभी तक हर तरह के अपराधी मारे गए लेकिन गुरुवार को एक एनकाउंटर देश सहित पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी रही। यह एनकाउंटर था प्रसिद्ध माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का। असद और उसके एक साथी गुलाम को यूपी की एसटीएफ पुलिस ने झांसी में मार गिराया। इस एनकाउंटर की खास बात यह रही की जिस समय असद का एनकाउंटर एसटीएफ ने किया उसी समय अतीक अहमद की पेशी प्रयागराज के कोर्ट में चल रही थी। बेटे के एनकाउंटर की सूचना को न्यायालय कक्ष में ही मिली। इसके बाद वह थोड़ा असहज होते हुए रोने भी लगा।

खैर यह तो रही असद के एनकाउंटर की बात लेकिन इसके तुरंत बाद ही उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन की ओर से तमाम तरह के बयान आने लगे। सबसे पहले उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में किसी भी बदमाश या माफिया को टालरेट नहीं किया जाएगा।कोई कितना भी बड़ा बदमाश हो उसे शासन मिट्टी में मिलाने का काम करेगा। इस घटना के थोड़ी देर बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से बकायदा एक प्रेस वार्ता करते असद के मारे जाने की सूचना प्रेस को दी गई। यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है कि बीते 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में सरेआम हत्या कर दी गई थी। इसमें आधा दर्जन से अधिक लोग शामिल थे। मर्डर करने वाले गैंग में अतीक अहमद का बेटा असद भी शामिल था। गुलाम भी इस हत्याकांड में शामिल था। दोनों का आज झांसी में एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया।

इसके पहले इस हत्याकांड में शामिल दो बदमाशों को पहले ही पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है। हत्या के 48 दिन बीत जाने के बाद हत्या में शामिल सभी बदमाशों की यूपी पुलिस और एसटीएफ सघन रूप से तलाशी में लगी हुई थी। लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने यह पाया कि असद और उसके साथी अतीक अहमद को साबरमती से प्रयागराज आते समय झांसी के आसपास छुड़ाने का प्रयास करेंगे। ऐसी सूचना के आधार पर एसटीएफ ने दोनों बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया।

मुठभेड़ की घटना के बाद पुलिस के साथ आम लोगों में भी पूरे दिन में चर्चा का विषय बना रहा। चर्चा रही कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों का अंत होने वाला है। यहां पर कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी बदमाश को छोड़ा नहीं जाएगा। अगर कोई बदमाश किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसे पुलिस जेल में डालने का काम करेगी। प्रदेश की ओर से दूसरे उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी अपने बयान में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में व्यवधान डालने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। प्रदेश में अमन चैन और कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से कृत संकल्प है। आज की इस घटना से यह कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी बदमाशों को उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ किसी भी प्रकार से छोड़ेगी नहीं। इसके लिए पुलिस की 2 दर्जन से अधिक टीमें इस हत्याकांड में शामिल बदमाशों की तलाश करने में जुटी हुई है।

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13 April 2023, 05:46 PM IST

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