दिल्ली की हीरामंडी का क्या है चुनावी मिजाज, राहुल या PM किसके साथ जाएंगी तवायफें

Lok Sabha Election 2024: चुनाव और नेताओं को लेकर आम लोगों की राय तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि दिल्ली की रेड लाइट एरिया की तवायफें किसको वोट देने वाली हैं

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Lok Sabha Election 2024: देश में चुनाव का माहौल है, ऐसे में हर तरफ से लोगों की रूचियों के बारे में खबरें सामने आ रही हैं कि वो किसको वोट देने का सोच रहे हैं. ऐसे इलाके जहां पर आम लोग रहते हैं वहां पर मीडिया के लोग जा रहे हैं और उनसे उके मन की बात पूछ रहे हैं, और लोग इस बारे में खुलकर बात भी कर रहे हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि दिल्ली की तवायफों का चुनावी रुख क्या है? आखिर वो किसे वोट देने के बारे में सोच रही हैं?

दिल्ली की हीरामंडी का चुनावी माहौल

दिल्ली में 6ठे चरण में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान होना है. ऐसे में चुनाव का प्रचार भी काफी तेज हो गया है. इस न्यूज 18 की की एक रिपोर्ट सामने आई जिसमें उन्होंने दिल्ली के रेड लाइट एरिया में तवायफों से जाकर चुनाव को लेकर बात की. इस दौरान जब वहां पर मौजूद चाय वाले से पूछा कि वो किसे वोट देने वाले हैं उन्होंने केजरीवाल की नाम लेते हुए कहा कि इस बार AAP की लहर चल रही है. 

तवायफों का क्या है रुख?

तवायफों से बात की गई तो उन्होंने अपनी आर्थिक हालात पर बात की. उन्होंने बताया कि जब कोरोना नहीं था तो वो दिन में 5 से 10 हजार तक आराम से कमा लेती थी. लेकिन जब से कोरोना आया और अब तक उनकी कमाई बहुत कम ही है. उनका कहना है कि वो जिन में अब 500 भी कमा लेती हैं तो लगता है कि बहुत ज्यादा है. तवायफों को कहना है कि यहां पर सरकार उनको 2500 रुपये हर महीने खर्च के लिए देती है. वोट किसको देंगी उस सवाल पर उनका कहना है कि सब कुछ सही है मोदी अच्छे हैं लेकिन वो पैसे नहीं बढ़ा रहे हैं तो अभी मैने सोचा नहीं है कि किसको वोट देना है. 

52 सालों से इस हीरामंडी के हैं राजदार 

कोठा नंबर 64 के पास रहने वाले 70 साल के अब्दुला खान का कहना है कि जब इंदिरा की सरकार थी तब वो गरीबों के बारे में सोचती थी. हालांकि केजरीवाल ने बी बहुत कुछ किया है बिजली, पानी और इलाज सब फ्री है. उनका मानना है कि इस बार भी केजरीवाल ही जीतेंगे. 

जीबी रोड की क्या है समस्या?

अभी जीबी रोड की सबसे बड़ी समस्या है कि वहां पर अब लोगों का जाना कम हो गया है. यहां पर काम करने वाली तवायफों का कहना है कि इस वक्त यहां पर पुलिस ने कापी सख्ती कर दी है, कोई नई लड़की इस काम के लिए नहीं आ पाती है. उनका कहना है कि लोगों को कम उम्र की लड़कियां चाहिए, इसकी वजह से भी लोगों का आना कम हुआ है. आपको बता दें कि कुछ एनजीओ भी हैं जो इन तवायफों के लिए काम कर रहे हैं. 

यहां के लोगों का कहना है कि जीबी रोड पर अब सबसे ज्यादा समस्या नशेड़ियों की है. यहां पर सड़कों पर अब ग्राहकों से ज्यादा नशेड़ी नजर आते हैं. वहां पर चाय का ठेला लगाने वाले का कहना है कि अब ग्राहक नहीं आते हैं तो चाय का काम भी कम हो गया है. 

First Updated : Thursday, 23 May 2024