Nayak: कौन हैं हैंडसम हंक जितिन प्रसाद जो महिला पत्रकार पर दिल हार बैठे थे, जानिए कैसा रहा सियासी सफर

Jitin Prasad: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट इस बार काफी चर्चित रही. भारतीय जनता पार्टी ने पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काटकर यहां से उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतार दिया है.

Sagar Dwivedi
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Jitin Prasad: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट इस बार काफी चर्चित रही. भारतीय जनता पार्टी ने पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काटकर यहां से उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतार दिया है. वैसे तो जितिन प्रसाद किसी के परिचय के मोहताज नहीं है लेकिन आज हम आपके सामने भाजपा नेता जितिन प्रसाद लेकर के सियासी दौरे से अलग उनके निजी जीवन को लेकर कुछ बताने जा रहे हैं जो इस प्रकार है...

जितिन प्रसाद और के साथ महिला पत्रकार की प्रेम कहानी

जितिन प्रसाद की प्रोफेशनल लाइन के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन उनके निजी लाइफ के बारे में कोई ही जनता होगा जी हा आज हम उनके प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं किसे 48 वर्षीय जितिन ने महिला पत्रकार के घर अपना प्रपोजल भेजा था और कैसे उन दोनों की प्रेम कहानी शुरु हुई, दरअसल साल 2007 में पहली बार जितिन की मुलाकात टीवी के एक पत्रकार से हुई थी दोनों की दोस्ती धीरे- धीरे प्यार में बदल गई और साथ ही मिलने- जुलने का सिलसिला भी शुरु हो गया. दुनिया की नजरों से छिपते हुए वे दोनों एक दूसरे से मिलने लगे लेकिन शादी से पहले तक किसी को भी उनके रिलेशन की भनक नहीं लगी.

पढ़िए BJP नेता जितिन प्रसाद की लव स्टोरी

नेहा और जितिन ने एक दूसरे के लगभर तीन साल तक डेट किया और साल 2010 में अचानक नेहा के साथ अपनी शादी का ऐलान किया तो सभी हैरान हो गया. जितिन ने खुद ये रिश्ता महिला पत्रकार के घर भेजा तो उनके घर वालों ने रिश्ता खुशी- खुशी स्वीकार कर लिया और फिर 10 फरवरी 2010 में दिल्ली बड़े ही धूमधाम से शादी हुई. खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी जतिन और नेहा को बधाई देने शादी में पहुंचे. 20 फरवरी को लखनऊ में भी भव्य रिसेप्शन आयोजित किया गया था. उनके रिसेप्शन में भी नामी हस्तियों ने शिरकत की थी.

जितिन प्रसाद का सियासी सफर

पीलीभीत सीट से प्रत्याशी जितिन प्रसाद का जन्म 29 नवंबर 1973 में उत्तर प्रदेश में हुआ है फिलहाल वो भारतीय राजीतिज्ञ है. उन्हें 26 सितंबर 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया था.  इससे पहले वह भारत सरकार के मानव संसाधन विभाग के पूर्व राज्य मंत्री रह चुके हैं. वह 15वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी के धौरहरा (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.  9 जून 2021 को जितिन प्रसाद ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छोड़ दी और वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष गोयल की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.

... जब जितिन प्रसाद ने बताया था खुद को PM का दूत

पीलीभीत मे जनसभा के दौरान जितिन प्रसाद ने बताया खुद को प्रधानमंत्री का दूत बताया था. उन्होंने कहा था कि मैं यहां प्रधानमंत्री का दूत के रूप में आया हूं. हम सभी उनके विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए काम कर रहे है. साथ ही उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने धारा 370 हटाई और राम मंदिर का निर्माण किया साथ ही विकास की शुरूआत की जिसे पूरा देश देख रहा है.

जितिन प्रसाद के राजनितिक करियर की शुरुआत

साल 2001 में जितिन प्रसाद ने भारतीय युवा कांग्रस के महासचिव के रुप में अपना करियर स्टार्ट किया था इसके बाद साल 2004 में उन्होंने अपना पहला चुनाव 14वीं लोकसभा में अपने गृह नगर शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश संसद के सदस्य के रूप में चुने गए. इसके साथ ही जितिन प्रसाद को इस्पात और राज्य के मंत्री के रुप में शामिल किया गया था. इस समय वो सभी मंत्री में से उनकी आयु कम थी. 

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09 April 2024, 07:14 PM IST

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