चार चरणों का चुनाव खत्म, लेकिन फिर भी देश में कम नहीं हो रहा हिंदू- मुस्लिम मुद्दा, समझें 6 प्वाइंट में
Aaj ka Sixer: देश में लोकसभा के चुनाव का पर्व चल रहा है साथ ही चार चरणों का चुनाव हो चुका है तो वहीं तीन चरणों का चुनाव बाकी है.

Aaj ka Sixer: देश में लोकसभा के चुनाव का पर्व चल रहा है साथ ही चार चरणों का चुनाव हो चुका है तो वहीं तीन चरणों का चुनाव बाकी है. आखिरी दौर का चुनाव 1 जून को होगा और 4 जून को परिणाम आ जाएंगे. इस बीच सभी पार्टियों में बयानबाजी का भी सिलसिला तेजी हो जारी है. सभी पार्टी एक- दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगा रही हैं. इस कड़ी में आज हम आपके लिए एक खास सीरीज 'आज का सिक्सर' पेश करने जा रहे हैं जिसमें 6 प्वाइंट से समझेंगे कि आखिर देश में क्यों चुनाव के चार चरण के बाद भी हिंदू मुस्लिम का मुद्दा थमने का नाम क्यों नहीं ले रहा है. इससे संबधित कुछ जो भी आपके मन में सवाल है उन सवालों के जवाब जानते हैं...
➤ पीएम मोदी ने बीते 21 अप्रैल को राजस्थान की एक रैली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक पूराने भाषण को हवाला देते हुए मुसलमानों पर टिप्पाणी की थी. उन्हें उन्हें 'घुसपैठिए' और 'ज़्यादा बच्चे पैदा करने वाला' कहा था. लेकिन ओवैसी ने पटलवार करते हुए कहा कि अब वो कह रहे हैं कि वो मुसलमानों की बात नहीं कर रहे थे, उन्होंने कभी हिन्दू-मुस्लिम नहीं किया."
➤ वहीं दूसरी कड़ी में समझें तो ओवैसी ने कहा कि ये झूठी सफाई देने में इतना समय क्यों लग गया? मोदी का सियासी सफर सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम विरोधी सियासत बना है. इस चुनाव में मोदी और बीजेपी ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ अनगिनत झूठ और बेहिसाब नफ़रत फैलाई है."
➤ वहीं राजनीतिक जानकार कहते हैं कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से ही फैजाबाद और अयोध्या में माहौल बदल गया है. इस कारण उत्तर प्रदेश में भाजपा को पार्टी को थोड़ा बहुत फायदा मिल सकता है क्योंकि उत्तर प्रदेश में 80 फीसदी हिंदू है तो वहीं करीब 20 फीसदी मुस्लिम हैं जिसमें से कुछ मुस्लिम वोट भी भाजपा को जा सकता है वहीं राम मंदिर को भाजपा हिंदू और मु्स्लिम के मुद्दे से वोट को हथियाने का काम कर रही है?