'पहले दिन ही हार गया था भारत', पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिया विवादित बयान
ऑपरेशन सिंदूर पर पृथ्वीराज चव्हाण के बयान ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने सरकार पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया, जबकि बीजेपी ने इसे सेना का मनोबल गिराने वाला बयान बताते हुए कड़ा विरोध किया.

मुंबईः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के एक बयान ने देश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ऐसे दावे किए हैं, जिन पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा एतराज जताया है. चव्हाण के बयान को लेकर जहां कांग्रेस के भीतर भी असहजता दिख रही है, वहीं बीजेपी इसे सेना का मनोबल गिराने वाला करार दे रही है.
ऑपरेशन सिंदूर पर चव्हाण का विवादित दावा
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन भारत को भारी नुकसान उठाना पड़ा. उनके मुताबिक 7 मई को करीब आधे घंटे तक चली हवाई झड़प में भारतीय वायुसेना को गंभीर क्षति हुई. उन्होंने दावा किया कि इस दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों को नुकसान पहुंचा और वायुसेना प्रभावी ढंग से ऑपरेशन में शामिल नहीं हो सकी.
चव्हाण ने यह भी कहा कि इस सच्चाई को देश के सामने पूरी तरह नहीं रखा गया. उनका आरोप है कि सरकार ने सैन्य घटनाक्रम से जुड़े कई अहम तथ्यों को छिपाया है, जबकि युद्ध या सैन्य कार्रवाई में नुकसान होना असामान्य बात नहीं है.
सच को दबा रही है सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना के स्तर पर जहां रणनीतिक चूक हुई, उसे आंतरिक रूप से स्वीकार किया गया है, लेकिन राजनीतिक नेतृत्व इस पर खुलकर बात नहीं कर रहा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह जनता को सच्चाई बताए, न कि केवल सफलता की तस्वीर पेश करे. उनका यह भी कहना था कि विदेशी मीडिया में भारत को अपेक्षा से अधिक नुकसान होने की रिपोर्टें सामने आई हैं, जिन पर सरकार को स्पष्ट जवाब देना चाहिए.
चीन और पाकिस्तान को लेकर गंभीर आरोप
चव्हाण ने इस पूरे घटनाक्रम में चीन की भूमिका पर भी सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया कि चीन की तकनीकी मदद से पाकिस्तान को भारत की सैन्य गतिविधियों की जानकारी मिल जाती है. उनके अनुसार, जैसे ही भारतीय विमान उड़ान भरते हैं, उसकी जानकारी चीन के जरिए पाकिस्तान तक पहुंच जाती है, जिससे भारत का रणनीतिक “सरप्राइज एलिमेंट” खत्म हो जाता है.
सीजफायर पर उठाए सवाल
उन्होंने 10 मई की सैन्य कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि उस दिन वायुसेना को अलग रखा गया और जमीनी स्तर पर ऑपरेशन किया गया. इसके बावजूद अचानक सीजफायर क्यों किया गया, इस पर उन्होंने सवाल खड़े किए. चव्हाण ने दावा किया कि यह सीजफायर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में हुआ, जिसे मौजूदा सरकार स्वीकार नहीं कर रही है.
बीजेपी का तीखा पलटवार
चव्हाण के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. पार्टी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस को भारतीय सशस्त्र बलों से एलर्जी है. वह बार-बार ऐसे बयान देकर सेना का मनोबल तोड़ने का काम करती है. बीजेपी ने इसे देश की सुरक्षा और सैनिकों के सम्मान के खिलाफ बताया.
ऑपरेशन सिंदूर
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की. इस अभियान के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों पर हमला किया गया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि सरकार ने की थी.


