cardamom Benefits: पुरुषों में शारीरिक कमजोरी दूर करती है हरी इलाइची, बीपी भी करे कंट्रोल, जानिए इसके फायदे
छोटी इलाइची बस नाम की छोटी है, इसके बड़े बड़े फायदे इसे मसालों की रानी बना देते हैं. इसकी सुगंध और स्वाद के साथ साथ इसके सेहत को लेकर ढेर सारे फायदे हैं।
इलाइची यानी स्वाद और सेहत का कंबाइंड खजाना। आपको हर घर के किचन में छोटी इलाइची यानी हरी इलाइची मिल जाएगी। इलाइची सब्जी, पुलाव, खीर, बिरयानी और यहां तक कि चाय में भी सुगंध और जायके के लिए डाली जाती है। अपनी महक और स्वाद के साथ साथ हरी इलाइची सेहत को काफी फायदा करती है। इसके औषधीय गुण देखकर ही आयुर्वेद में इसे मसालों की रानी कहा जाता है। खासकर पुरुषों की ताकत और बीमारियों के संदर्भ में इसका काफी महत्व है। चलिए जानते हैं कि हरी इलाइची खाने से क्या क्या फायदे हो सकते हैं।
इलाइची दो प्रकार में पाई जाती है। बड़ी इलाइची जो आकार में बड़ी और रंग में काली होती है। दूसरी है छोटी इलाइची जो आकार में छोटी और रंग में हरी होती है। छोटी इलाइची सबसे सामान्य किस्म की इलाइची है जो सबसे ज्यादा उपयोग में लाई जाती है। हरी इलाइची में ढेर सारा फाइबर, प्रोटीन, कार्ब्स और एनर्जी पाई जाती है। मिनिरल्स की बात करें तो हरी इलाइची में ढेर सारा कैल्शियम, मैग्नीसियम, पोटैशियम, जिंक, सोडियम, कॉपर, मेग्नीज और फास्फोरस पाया जाता है जो किसी भी शरीर के लिए लाभदायक सिद्ध होता है। इसमें विटामिन सी और विटामिन बी 6 के साथ साथ नियासिन, राइबोफ्लेवि, थियामिन पाया जाता है।
हरी इलाइची की बात करें तो ये पाचन तंत्र के लिए बेहद अच्छी मानी जाती है। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और मेटाबॉलिज्म तेज होता है। इसके एंटी इन्फ्लेमेंटरी और गुण पाचन विकारों और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर को दूर करते हैं जैसे, अपच, अफारा, पेट में दर्द, गैस, डायरिया और एसिडिटी। रोज हरी इलाइची के सेवन से भूख बढ़ती है और पेट भी साफ रहता है। इसमे पाए जाने वाले स्टोमैकिक गुण भूख बढ़ाते हैं औऱ इससे शरीर की कमजोरी दूर होती है।
हरी इलाइची के सेवन से पुरुषों के स्वास्थ्य को काफी फायदा होता है। इसके सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और स्टेमिना मजबूत होता है। अगर रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में इलाइची को उबाल कर पिया जाए तो पौरुष कमजोरी दूर होती है और ताकत में इजाफा होता है। रोज इलाइची के सेवन से कामेच्छा में इजाफा होता है।
पुरुषों को होने वाली मूत्र संबंधी परेशानियों में भी हरी इलाइची काफी आराम करती है। रोज भोजन करने के बाद दो से तीन इलाइची चबाने पर यूरिन इन्फेक्शन खत्म होता है।
इलायची में पाए जाने वाले मिनिरल्स जैसे कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि हाई बीपी को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं। इससे कोलेस्ट्रोल को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है और इसके फलस्वरूप दिल को स्वस्थ रखने में भी हेल्प मिलती है।
जिन लोगों को बार बार हिचकी आने की समस्या होती है, उनको हिचकी आने पर एक हरी इलाइची को मुंह में रख लेना चाहिए। इससे हिचकी की समस्या में आराम मिलता है।
हरी इलाइची के प्रयोग से फेफड़ों की कई दिक्कतें दूर हो सकती है। इससे श्वास नली खुलती है और अस्थमा जैसी परेशानी में काफी आराम मिलता है। इसकी मदद से फेफड़ों में रक्त और आक्सीजन के प्रवाह को दुरुस्त करने में काफी मदद मिलती है।
हरी इलाइची के सेवन से डिप्रेशन और तनाव जैसी स्थिति से बचा जा सकता है। इसके सेवन से मूड बेहतर होता है और दिमाग को रिलेक्स मिलता है। इतना ही नहीं इलाइची के सेवन से मेमोरी भी बूस्ट होती है।
ओरल हैल्थ के लिए हरी इलाइची काफी फायदेमंद होती है। मुंह से आने वाली बदबू दूर करने के साथ साथ ये मसूड़ों औऱ दांतों को स्वस्थ रखती है और मुंह के संक्रमण को साफ करती है।
हरी इलाइची के सेवन से डायबिटीज में भी फायदा होने की बात कही गई है। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट इंसुलिन की एक्टिविटी को तेज करते हैं और इसकी मदद से ब्लड में शुगर का लेवल सही करने में मदद मिलने की बात कही गई है। इसलिए शुगर में हरी इलाइची को फायदेमंद कहा जाता है।
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