जर्मनी के चांसलर के साथ बैठक में बोले PM मोदी- आतंकवाद के खिलाफ दोनो देश एकमत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ बैठक की। पीएम ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि मैं अपने मित्र चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करता हूं। चांसलर स्कोल्ज़ कई वर्षों के बाद भारत का दौरा कर रहे हैं और
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ बैठक की। पीएम ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि मैं अपने मित्र चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करता हूं। चांसलर स्कोल्ज़ कई वर्षों के बाद भारत का दौरा कर रहे हैं और उन्होंने 2012 में हैम्बर्ग के मेयर के रूप में भारत का दौरा किया था। यह हैम्बर्ग के किसी भी मेयर की भारत की पहली यात्रा थी और मुझे लगता है कि वह द्विपक्षीय भारत-जर्मनी संबंधों के मूल्य को समझते हैं। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का लंबा इतिहास रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व की दो बड़ी लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ता सहयोग, दोनों देशों की जनता के लिए लाभकारी तो है ही, आज के तनावग्रस्त विश्व में इससे एक सकारात्मक संदेश भी जाता है। जर्मनी यूरोप में हमारा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर होने के साथ भारत में निवेश का भी महत्वपूर्ण स्रोत है। आज 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की वजह से भारत में सभी सेक्टर्स में नए अवसर खुल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच मजबूत संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और एक-दूसरे के हितों की गहरी समझ पर आधारित हैं। दोनों देशों का सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का एक लंबा इतिहास रहा है। भारत और जर्मनी Triangular Development Cooperation के तहत तीसरे देशों के विकास के लिए आपसी सहयोग बढ़ा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारे बीच people-to-people संबंध भी सुदृढ़ हुए हैं। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियानों के कारण आज सभी क्षेत्रों में नए अवसर खुल रहे हैं और हम इन अवसरों में जर्मनी की रुचि से उत्साहित हैं।
आतंकवाद और अलगावाद के खिलाफ दोनो देश एकमत: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि यूरोप में हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार होने के अलावा, जर्मनी भारत में निवेश का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है। आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और जर्मनी के बीच सक्रिय सहयोग है। दोनों देश इस बात पर भी सहमत हैं कि 'क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म' को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जर्मनी के व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल और भारतीय व्यापारिक नेताओं के बीच एक उपयोगी बैठक हुई और महत्वपूर्ण समझौते हुए। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों में काफी सुधार हुआ है। पिछले साल मेरी जर्मनी यात्रा के दौरान हमने हरित और एसडीजी साझेदारी की घोषणा की थी और हम जलवायु कार्रवाई और एसडीजी, हरित हाइड्रोजन और जैव ईंधन पर मिलकर काम कर रहे हैं।