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37 लोगों की मौत, 400 करोड़ का नुकसान… हिमाचल में बारिश से हाहाकार, बचाव कार्य जारी

हिमाचल प्रदेश में मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी है. अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है और 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. कई जिलों में सड़कें बंद हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति ठप है, जबकि राहत और बचाव कार्य जारी हैं.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Himachal Pradesh Weather Alert: हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. राज्य में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 400 करोड़ रुपए की संपत्ति के नुकसान की पुष्टि हो चुकी है. कई इलाकों में हालात बेहद खराब हैं, जहां सड़कों से लेकर पानी-बिजली की आपूर्ति तक ठप हो चुकी है.

हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के चलते राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 7 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है.

मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित 

मंडी जिला भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां के थुनाग सब-डिवीजन में हालात सबसे खराब हैं. कई सड़कें पूरी तरह बंद हैं और बिजली-पानी जैसी आवश्यक सेवाएं बाधित हैं. मंडी में ही 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं. प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर बनाए गए हैं और भारतीय वायुसेना की मदद से खाने के पैकेट गिराए जा रहे हैं.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राजस्व विभाग के विशेष सचिव डीसी राणा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, "अब तक हमारे सिस्टम में ₹400 करोड़ का नुकसान दर्ज किया गया है, लेकिन असली आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकता है. फिलहाल हमारा पूरा फोकस रेस्क्यू और बहाली पर है."

उन्होंने आगे कहा, "मंडी का एक गांव पूरी तरह तबाह हो गया है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पीडब्ल्यूडी, बिजली बोर्ड और जल शक्ति विभाग के इंजीनियर बहाली के प्रयासों में जुटे हैं."

250 से ज्यादा सड़कें बंद, 700 जल योजनाएं प्रभावित

बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 37 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि सड़क हादसों में 26 अतिरिक्त मौतें हुई हैं. पूरे राज्य में 250 से अधिक सड़कें बंद हैं, 500 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर खराब हो गए हैं और लगभग 700 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं.

डीसी राणा ने कहा, "ये घटनाएं जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा हैं. हिमाचल भी अब इन प्रभावों से अछूता नहीं है."

शिमला में स्कूलों की हालत खराब

राजधानी शिमला में लगातार बारिश से स्कूलों में पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा है. कई स्कूलों की कक्षाएं पानी में डूबी हुई हैं और बच्चे डरे हुए हैं. एक छात्रा तनुजा ठाकुर ने ANI से कहा, "तेज बारिश हो रही है. हमारी कक्षाओं में पानी भर गया है. कपड़े और किताबें भीग गई हैं. हमारे शिक्षक कह रहे हैं कि घर पर रहना ही बेहतर है."

उन्होंने यह भी कहा, "हमारा स्कूल पेड़ों से घिरा है. हमेशा डर बना रहता है कि कोई पेड़ गिर सकता है. शुक्र है, हम अब तक सुरक्षित हैं."

बचाव कार्य में जुटी टीमें, हाई अलर्ट पर प्रशासन

स्थानीय प्रशासन, पुलिस, होम गार्ड्स, SDRF और NDRF की टीमें मिलकर राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. अधिकारियों ने बताया कि वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और राज्य में और बारिश की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी रखा गया है.

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04 July 2025, 09:16 AM IST

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